पत्थरबाजों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई, इसलिए समर्थन वापस लिया : राहुल सिन्हा
-बंदूक की नोक पर पंचायत चुनाव हुआ -मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रही ह
-बंदूक की नोक पर पंचायत चुनाव हुआ
-मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रही है, पहले बंगाल संभाल लें
-संवाद सूत्र, मालदा : काश्मीर सरकार ने पत्थरबाजों व उग्र पंथियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। वहां की कानून व्यवस्था दिन-प्रतिदिन बिगड़ रही थी। हमारे जवान मारे जा रहे थे। इसे देखते हुए भाजपा ने समर्थन वापस ले लिया। वर्तमान में वहां राज्यपाल शासन है। उग्र पंथियों के साथ-साथ अब पाकिस्तान को भी टाइट किया जाएगा। यह कहना है कि भाजपा के पूर्व राज्य अध्यक्ष राहुल सिन्हा का। वें बुधवार को मालदा जिलाधिकारी कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आयें थे।
राहुल सिन्हा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पंचायत चुनाव में बंदूक व गुंडा मस्तान के बल पर तृणमूल ने चुनाव जीता। मतगणना केंद्र पर पुलिस के सामने तृणमूल के लोग बंदूक लेकर भीतर घुस गए थे। यदि गणतांत्रितक व स्वच्छ तरीके से चुनाव होता, तो परिणाम कुछ और होता। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रही है। लेकिन उनसे तो बंगाल ही नहीं संभल रहा। यदि अल्लाह के प्रति उन्हें इतना प्रेम है, तो वो ममता से मुमताज क्यों नहीं बन जाती। इसके बाद पुरी मंदिर जाएंगी, तो पांडा उन्हें रोकेंगे ही। इसमें पांडा का कोई कसूर नहीं है। बंगाल से बाहर उनका एक भी आदमी नहीं है। बंगाल में कानून व्यवस्था एक दम चरमरा गई है। 356 धारा लगाना यहां जरूरी है। भाजपा कार्यकर्ताओं का घर जलाया जा रहा है। लोकसभा चुनाव के बाद यहां तृणमूल सरकार नहीं रहेगी। कुछ कुछ लोग अपना लोकसभा का सीट बचाने के लिए तृणमूल से जुड़ रहे है। हम उन्हें भाजपा में आने के लिए स्वागत करते है।
कैप्शन : सभा को संबोधित करते भाजपा नेता राहुल सिन्हा