Move to Jagran APP

राज्य सरकार पर कोरोना के मामले छिपाने का आरोप, भाजपा ने किया प्रदर्शन

-बालुरघाट में डॉ. सुकांत मजूमदार ने तो रायगंज में मंत्री देवश्री ने शारीरिक दूरी के साथ कि

By JagranEdited By: Published: Sun, 26 Apr 2020 09:02 PM (IST)Updated: Mon, 27 Apr 2020 06:13 AM (IST)
राज्य सरकार पर कोरोना के मामले छिपाने का आरोप, भाजपा ने किया प्रदर्शन
राज्य सरकार पर कोरोना के मामले छिपाने का आरोप, भाजपा ने किया प्रदर्शन

-बालुरघाट में डॉ. सुकांत मजूमदार ने, तो रायगंज में मंत्री देवश्री ने शारीरिक दूरी के साथ किया धरना प्रदर्शन

loksabha election banner

-पद व पावर को गलत इस्तमाल कर रही है राज्य पुलिस : देवश्री चौधरी

-केंद्रीय मंत्री देवश्री चौधरी भी हुई नजरबंद

-भाजपा मंत्री, सांसद व विधायकों को नजरबंद करके सेवा कार्य से रोकने के विरोध में राज्यव्यापी धरना प्रदर्शन

-मुख्यमंत्री शव चोर है : डॉ. सुकांत मजूमदार

जेएनएन,मालदा/जलपाईगुड़ी/बालुरघाट/चामुर्ची/रायगंज/मालबाजार/कालियागंज/कूचबिहार/वीरपाड़ा/उत्तर दिनाजपुर:एक केन्द्रीय मंत्री को बेवजह बार-बार अपमानित किया जाना,तानाशाही शासन का द्योतक है। सत्ता के मगरूर में चूर तृणमूल सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को याद रखना चाहिए कि जन प्रतिनिधि के गणतात्रिक अधिकार के हनन का परिणाम कितना भयंकर होता है। अपने पद और पावर का गलत इस्तेमाल करके पुलिस का धौंस दिखाकर सासद और केन्द्रीय मंत्री को डराया नहीं जा सकता है। यह बात रायगंज की सासद और केन्द्रीय नारी व बाल कल्याण राज्य मंत्री देवश्री चौधरी ने पत्रकारों से कहीं। हुआ यह कि मंत्री शनिवार शाम को थोड़ी देर के लिए रायगंज के सुदर्शन पुर स्थित अपने आवास से बाहर निकली ही थी कि पुलिस का एक जत्था वहाँ आ धमकी और उन्हें घर वापस जाना पड़ा। इससे ख़फ़ा होकर देवश्री चौधरी ने तृणमूल पार्टी के नेतृत्व और और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीक्षण कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें किस जुर्म में और किस कानून के तहत नजरबंद रखा जा रहा है। तृणमूल नेता कार्यकर्ता लॉक डाउन और स्वास्थ्य विधि का उल्लंघन करते हुए घर के बाहर चहल कदमी करते और राहत सामग्री वितरण करते देखे जाते है। उनके लिए कानून कायदा की कोई पाबंदी नहीं है। जबकि भाजपा नेता कार्यकर्ताओं को राहत बाटने नहीं दिया जा रहा है। यहाँ तक कि एक सासद और मंत्री को घर से निकलते ही उनपर मामला दर्ज किया जाता है, उन्हें नजरबंद किया जाता है और विभिन्न तरीके से परेशान किया जाता है, यह किस सभ्य सरकार में उचित व काम्य है। विगत 22 मार्च को दिल्ली से भाजपा और तृणमूल सासद एक साथ कोलकाता आए, फिर किस आधार पर उन्हें क्वारंटाईन में रखा गया और तृणमूल सासद को खुली छूट दी गई। वें 31 मार्च को रायगंज पहुंचीं और 14 दिनों के बीत जाने के बाद भी उन्हें घर से निकलने नहीं दिया जा रहा है। उनके साथ अपराधियों जैसा वर्ताव किया जा रहा है। भाजपा नेताओं से मिलने भी नहीं दिया जा रहा है। क्या वे इस संकट की घड़ी में

जनता की सेवा के लिए उनके बीच नहीं जा सकते? यदि इस प्रकार से संविधानिक मर्यादा का अवमानना किया जाता रहा तो गणतंत्र के लिए सर्वथा अशुभ है।

रविवार को मंत्री ने अपने आवास पर ही इस स्वेच्छाचारी और तानाशाह शासन व्यवस्था के विरुद्ध धरना प्रदर्शन की।

दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के अलीपुरद्वार जिलाध्यक्ष गंगा प्रसाद शर्मा के नेतृत्व में भाजपा की ओर से विभिन्न जगह में घर में ही रह कर तृणमूल की नीति के विरोध में धरना प्रदर्शन किया गया। इसी के तहत भारत भूटान सीमा से सटे शहर जयगाव के भूलन चोपति इलाके में स्थित भाजपा जिला अध्यक्ष गंगा प्रसाद शर्मा के निवास स्थान में सामाजिक दूरी नियम का पालन करते हुए यह धरना प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए जिला अध्यक्ष गंगा प्रसाद शर्मा ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार के विरुद्ध आज भारतीय जनता पार्टी के द्वारा राज्यव्यापी यह विरोध कार्यक्रम किया जा रहा है। इसी के तहत आज अलीपुरद्वार जिला के विभिन्न जगहों में घर में रहकर इस कार्यक्रम का आयोजन दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक किया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा के सासद एवं विधायकों को घर में नजरबंद कर सेवा के कार्य मे बाधा पहुंचाया जा रहा है। उसके विरोध में यह आदोलन भाजपा के राज्य कमेटी के आदेश अनुसार किया जा रहा है।

दूसरी ओर दक्षिण दिनाजपुर जिला में बालुरघाट के सांसद डॉ. सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया गया। बीजेपी के सासद सुकात मजूमदार ने भी आज दो घंटे तक शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए धरना प्रदर्शन किया। ममता बनर्जी को उन्होंने चावल व लाश चोर बताया। आगे उन्होंने पत्रकारों को बताया कि उनके सारे काम असंवैधानिक है। पूरे विश्व में कोरोना का कहर है। दीदी पश्चिम बंगाल के लोगों के साथ मौत का खेल, खेल रही है। रात के अंधेरे में गुपचुप तरीके से लाशों को भी ठिकाने लगा दिया जा रहा है और किसी को कानो कान खबर नहीं होने दे रही है।

अलीपुरद्वार संसदीय क्षेत्र के बीजेपी सासद जॉन बारला द्वारा केंद्र सरकार द्वारा राज्य की जनता के लिए आवंटित राशन वितरण नहीं करने एवं कोरोनावायरस से संक्रमित रोगियों का आकड़ा को छुपाया जा रहा है। यह धरना प्रदर्शन सासद जॉन बारला ने दोपहर 12 बजे से लेकर 2 बजे तक किया। उल्लेखनीय है सासद जॉन बारला को इन दिनों पुलिस प्रशासन द्वारा गृहबंदी कर घर से नहीं निकलने दिया जा रहा है। सासद जॉन बारला ने बताया इस समय पूरे देश कोविड-19 की जंग लड़ रहा है। वहीं वर्तमान राज्य सरकार इस आपदा में भी राजनीति करने में पीछे नहीं हट रही है। केंद्र सरकार द्वारा राज्य के प्रत्येक गरीब जनता को पांच किलो चावल एवं एक किलो दाल मुहैया किया गया है। लेकिन आज तक इस क्षेत्र की जनता को केंद्र सरकार की राशन नहीं मिला है। वही कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की आकड़ा एवं कोविड-19 से हुई मौत के आकड़ा को भी राज्य सरकार छिपा रही है। जिससे राज्य भर में भयावह परिस्थिति देखी जा रही है। हम लोग चाहते हैं केंद्र सरकार के राशन को गरीब जनता के घर-घर पहुंचे। इस वैश्रि्वक महामारी की लड़ाई में हम सभी को आपसी मतभेद भुलाकर एकजुट होकर जनता की सेवा में उतारना चाहिए। लेकिन ऐसा राज्य सरकार के असहयोग के कारण नहीं हो पा रहा है। सासद जान बारला ने आरोप लगाते हुए कहा राशन व्यवस्था में पूरी तरह से दुर्नीति देखी जा रही है। केंद्र सरकार की जाच टीम को भी राज्य सरकार द्वारा असहयोग किया जा रहा है ताकि कोरोना से संबंधित तथ्य उजागर ना हो। धरना प्रदर्शन में सासद के कुछ करीबी कार्यकर्ता एवं उनके परिवार के कुछ सदस्य भी शामिल हुए।

केंद्र सरकार द्वारा मिलने वाली खाद्य सामग्री सभी जरूरतमंदों के हाथ पहुंचे, उक्त माग को लेकर भाजपा सदस्यों ने शहर के चार विभिन्न मुख्य चौराहों पर साकेतिक धरना प्रदर्शन किया। इस क्रम में रविवार को 10बजे से शहर के पुरानी रजिस्ट्री ऑफिस मोड़, शाति कॉलोनी, रसीदपुर मोड़ एवं गुप्ता पाड़ा मोड़ स्थित वार्ड स्तरीय कमेटी के तत्वाधान में भाजपा सदस्यों ने शहर मंडल कमेटी के वरिष्ठ सदस्यों के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया।

इस अवसर पर शहर मंडल भाजपा महासचिव टोटन शाह, शहर भाजपा सभापति भवानी चरण सिंह मुख्य रूप से मौजूद रहे, नेताओं ने कहा कि राशन वितरण में गड़बड़ी एवं कोरोना में मरने वालों की संख्या को तृणमूल छुपा रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दूसरी ओर मालबाजार में भाजपा के शहर मंडल कमेटी के अध्यक्ष देवाशीष पाल के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया गया।

दूसरी ओर जलपाईगुड़ी के पहाड़ीपाड़ा स्थित अपने निवास स्थान पर सांसद जयंत कुमार राय ने अपने घर के द्वार के सामने पोस्टर लेकर धरना प्रदर्शन किया। इस संकट के घड़ी में भाजपा सांसदों को नजरबंद किया जा रहे है। वहीं तृणमूल के सांसद बाहर निकल रहें है। सरकार कोरोना से संबंधित तथ्य को छिपा रही है। राहत सामग्री में धांधली हो रही है। चावल की चोरी हो रही है। जलपाईगुड़ी के जिला भाजपा अध्यक्ष बापी गोस्वामी ने बताया कि जिसतरह हमारे सांसद को नजर बंद किया जा रहा है। वैसे ही मई, 2021 में तृणमूल के नेताओं को क्वारेंटाइन करेंगे।

उत्तर मालदा के सांसद खगेन मुर्मू ने रविवार को भाजपा कार्यकर्ताओं को लेकर शारीरिक दूरी के साथ अपने घर पर धरना प्रदर्शन किया। मालदा में राहत सामग्री में तृणमूल कार्यकर्ता धांधली कर रहें है। भाजपा सांसदों को राहत सामग्री वितरण में बाधा दिया जा रहा है। यह सब ठीक नहीं है। वहीं तृणमूल की जिलाअध्यक्षा मौसम नूर ने बताया कि भाजपा झूठा आरोप लगा रही है। यदि राशन सामग्री में धांधली हो रही है, तो हम कार्रवाई करेंगे।

वीरपाड़ा में विधायक मनोज टिग्गा ने अपने घर में रहकर धरना प्रदर्शन किया। मदारीहाट के विधायक मनोज टिग्गा ने बताया कि राज्य सरकार कोरोना के समय भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रही है।

कैप्शन : 1.रायगंज में अपने आवास पर धरना प्रदर्शन करती हुई केन्द्रीय मंत्री देवश्री चौधरी 2. धरना प्रदर्शन करते बालुरघाट के सांसद 3. भाजपा कार्यकर्ता के साथ धरना प्रदर्शन करते सांसद खगेन मुर्मू4. बानरहाट में धरना पर बैठे सांसद 5 पोस्टर लेकर धरना पर बैठे सांसद जयंत राय


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.