उच्चन्यायालय के निर्देश पर बच्चियों से मिल पाया पिता
फोटो 13 -बच्चों से मिलकर खुश है शानू दास, जल्द घर ले आ जाएंगे बच्चे -कहा, डिस्ट्रिक
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-बच्चों से मिलकर खुश है शानू दास, जल्द घर ले आ जाएंगे बच्चे
-कहा, डिस्ट्रिक लीगल एड फोरम के सहायता से सपना हुआ साकार
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : 2016 से अलग हुए अपने बच्चों से मिलकर मंगलवार को प्रधाननगर मल्लागुड़ी निवासी शानू दास काफी प्रसन्न है। उसका कहना है कि यह सपना सा लगता है। जिस समय दोनों बच्चियां बिछड़ गयी थी उस समय उसकी उम्र छह और नौ वर्ष की थी। आज जब दोनों को गले लगाया तो उसकी उम्र नौ वर्ष और 11 वर्ष है। उन्होंने कहा कि यह सब डिस्ट्रिक लीगल एड फोरम के महासचिव अमित सरकार के सहायता और कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर संभव हो पाया है। जल्द ही बच्चों को अपने साथ लेकर दार्जिलिंग से सिलीगुड़ी लाउंगा।
यह है पूरी कहानी : जून 2016 में शानू दास बीमार हो गया। उसके दोनों बच्चों को उचित देखभाल के लिए कुछ लोग उसे होम ले गये। जब बीमारी से घर लौटा तो बच्चों का कोई अता पता नहीं चल पाया। इसके लिए वार्ड आयुक्त 46 को भी पत्र दिया। अंत में डिस्ट्रिक लीगल एड फोरम से बच्चे की खोज के लिए गुहार लगाया। डिस्ट्रिक लीगल एड फोरम की ओर से शिशु सुरक्षा अधिकार कमिशन को लिखा गया। बच्चे को सीआइडी ने जलपाईगुड़ी और सिलीगुड़ी से खोज निकाला। अब बच्चों से शानू दास को नहीं मिलने दिया जा रहा था। आखिरकार 15 मार्च 2018 को कलकत्ता उच्च न्यायालय में डिस्ट्रिक लीगल फोरम ने शानू दास को न्याय दिलाने के लिए मामला दर्ज किया। 18 व 20 जून को सुनवाई के दौरान अदालत ने आदेश दिया कि सानू दास के साथ होम में बच्चों को मिलने दिया जाए। कागजी कार्रवाई पूरी कर बच्चों को उसके पिता को सौंप दिया जाए। उसी के आधार पर मंगलवार को दार्जिलिंग होम में डिस्ट्रिक लीगल एड फोरम के महासचिव अमित सरकार के साथ बच्चों से मिलकर सिलीगुड़ी लौटा।