ऐतिहासिक दुर्लभ प्रतिमा को नहीं मिल रहा संरक्षण
-26 सितंबर को मिली थी प्रतिमा -गांव से 500 मीटर की दूरी पर है भारत-बांग्लादेश का बोर्डर
-26 सितंबर को मिली थी प्रतिमा
-गांव से 500 मीटर की दूरी पर है भारत-बांग्लादेश का बोर्डर
संवाद सूत्र, हबीबपुर: मालदा जिला के हबीबपुर थाना के श्रीरामपुर ग्राम पंचायत के अंतर्गत रंजीतपुर गांव में एक माह पहले मिट्टी की खुदाई से काले पत्थर की विष्णु के दस अवतार वाली प्रतिमा मिली थी। इस गांव से मात्र 500 मीटर दूरी पर भारत-बांग्लादेश का बोर्डर है। यह प्रतिमा कोई चुरा न ले, इसलिए ग्रामवासी बारी-बारी से पहरा दे रहें है। साथ ही पूजा-पाठ भी किया जा रहा है। प्लास्टिक का पैंडल बनाकर प्रतिमा का संरक्षण किया जा रहा है। लेकिन प्रशासन इस मामले में किसी तरह की सक्रियता नहीं दिखा रही है।
मालदा म्यूजियम के पूर्व केयर टेकर साधन कुमार देव ने बताया कि रंजीतपुर के जिस गांव से प्रतिमा मिली है, वह सकता है वहां विष्णु का मंदिर रहा होगा। यह प्रतिमा 12 वीं शताब्दी की लगती है। सेन वंश के समय की है। विष्णु के छह अवतार की प्रतिमा मिली है। चार अंश का पता नहीं चल पाया है। हो सकता है मिट्टी को खोदते समय टूट गयी हो। इन प्रतिमाओं को शीघ्र संरक्षण करना चाहिए। काले पत्थर की यह प्रतिमा काफी मूल्यवान है। इस प्रतिमा के नीचे मंदिर भी हो सकता है। गौरतलब है कि विगत 16 सितंबर को रंजीतपुर गांव के निवासी रवि मारडी जमीन में टमाटर उगाने के लिए मिट्टी खोद रहे थे। जल सरंक्षण के लिए एक गढ्डा तैयार कर रहे थे। लेकिन मिट्टी खोदने के दौरान विष्णु की प्रतिमा मिली।
इस संबंध में जिलाधिकारी कौशिक भट्टाचार्य ने बताया कि गांव में सुरक्षा के लिए पुलिस बल को तैनात किया गया है। इस जमीन पर खनन कार्य के लिए हम व्यवस्था कर रहें है।
कैप्शन : बरामद ऐतिहासिक प्रतिमा