बोर्ड गठन को लेकर तृणमूल के दो गुटों में खूनी संघर्ष, दो की मौत
-एम दूसरे पर बम व गोली से किया हमला, तृणमूल के जिलाध्यक्ष ने कांग्रेस पर लगाया आरोप -पुलिस की
-एम दूसरे पर बम व गोली से किया हमला, तृणमूल के जिलाध्यक्ष ने कांग्रेस पर लगाया आरोप
-पुलिस की निगरानी में सेमी बीबी बनी पंचायत प्रधान, पूर्व मंत्री सावित्री मित्रा का गुट हारा
संवाद सूत्र, मालदा : पंचायत प्रधान चयन व बोर्ड गठन को लेकर तृणमूल के दो गुटों में सोमवार की सुबह हिंसक झड़प में दो कार्यकर्ताओं की मौत हो गई। इस खूनी संघर्ष के दौरान एक मासूम बच्चा भी फंस गया। उसे गंभीर हालत में मालदा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह घटना मालदा के माणिकचक थाना के गोपालपुर की है। गौरतलब है कि माणिकचक के गोपालपुर ग्राम पंचायत में कुल 10 सीट है। पंचायत चुनाव का परिणाम 50-50 हो गया। कहने का मतलब पांच सीट तृणमूल कांग्रेस और पांच सीट कांग्रेस के झोली में गिरी थी। बोर्ड गठन से पूर्व पांच कांग्रेस के विजयी सदस्य तृणमूल में शामिल हो गए। इससे तय हो गया कि बोर्ड पर तृणमूल का कब्जा होगा। लेकिन पंचायत प्रधान कौन होगा? इसे लेकर लंबे समय से भीतर ही भीतर माहौल गरम था। तृणमूल की पूर्व मंत्री सावित्री मित्रा की गुटा प्रधान के रूप में शेख मुस्तफा के पक्ष में थी। वहीं दूसरा गुट सेमी बीबी को प्रधान बनाना चाहता था। इसे लेकर दोनों गुटों में विवाद चल रहा था। आज सुबह यह विवाद, महाभारत में तबदील हो गया। दोनों गुटों ने एक दूसरे पर बम व गोली से हमला किया। पूरा इलाका बम के धमाके से गूंज रहा था। इस बमबाजी में अजहर शेख(57) और सलाम शेख(27) की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी। इस बमबाजी में मासूम जिसान शेख फंस गया। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। इस घटना की सूचना मिलते ही विशाल पुलिस वाहिनी गोपालपुर में पहुंची थी। पुलिस की सुरक्षा के बीच सेमी बीबी को पंचायत प्रधान के रूप में चयनित किया गया।
इस संबंध में तृणमूल के जिलाध्यक्ष दुलाल सरकार ने बताया कि आज जो कार्यकर्ता मारे गये, दोनों हमारी पार्टी के थे। कांग्रेस के लोगों ने हमला किया।