दूसरी बार भी बेटी को जनमने पर पत्नी को गला दबाकर मार डाला
-बेटी के सामने मां को गला दबाकर फांसी के फंदे से लटका दिया संवाद सूत्र, मालदा : केंद्र सर
-बेटी के सामने मां को गला दबाकर फांसी के फंदे से लटका दिया
संवाद सूत्र, मालदा : केंद्र सरकार व राज्य सरकार बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए दर्जनों परियोजना शुरू करके उसे आगे बढ़ाने का प्रयास कर रही है। लेकिन अभी भी हमारे समाज में लड़की का पैदा होना अभिशाप समझा जाता है। मालदा के हरिशचंद्रपुर थाना के शालालपुर गांव में दूसरी बार भी बेटी को जन्म देने पर पति ने पत्नी को गला दबा कर मार डाला। गौरतलब है कि हरिशचंद्रपुर थाना के बालुरघाट गांव के रहनेवाली तानजिमा बीबी का छह साल पहले शालालपुर के नेहरूल शेख के साथ विवाह हुआ था। विवाह के कुछ सालों के बाद तानजिमा ने बेटी को जन्म दिया। इसके बाद से ही उसपर अत्याचार होना शुरू हो गया। उसने कुछ दिन पहले फिर दूसरी बेटी को जन्म दिया। इसे लेकर उसे बुरी तरह उसके पति व ससुरालवाले मारते-पीटते थे। सोमवार रात को पति व उसके ससुरालवालों ने मिलकर तानजिमा का गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया। बाद में उसके शव को फांसी के फंदे से लटका दिया। यह सब घटना तानजिमा के बड़ी बेटी देख रही थी। मंगलवार की सुबह ग्रामीणों का घर में जमावड़ा हो गया। बड़ी बेटी ने लोगों को बताया कि किस तरह उसकी मां को बेरहमी से मारकर फांसी से लटका दिया। ग्रामीणों ने हरिशचंद्रपुर थाने को इस विषय में बताया। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जिला के समाजसेवी चैताली चट्टराज ने बताया कि केवल सरकारी परियोजना चालू करने से कुछ नहीं होगा। ऐसे सोच वाले लोगों को भी सुधार करने तथा बेटियों को जन्म देने से मां को मारने वाले को कड़ी सजा देनी चाहिए। उन्हें समझना चाहिए कि यदि एक स्त्री बेटी को जन्म देती है, तो उसमें उसका कोई दोष नहीं। यह बहुत कुछ पुरुष पर निर्भर है। इस पूरे मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।