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पुण्य स्नान व दान के साथ मनाया गया मंकर संक्रांति

-बंगाली समुदाय में पीठा-पुली खाकर मकर संक्रांति का आनंद उठाया -मकर संक्रांति पर असाहय व ग

By JagranEdited By: Published: Sun, 14 Jan 2018 07:30 PM (IST)Updated: Sun, 14 Jan 2018 07:30 PM (IST)
पुण्य स्नान व दान के साथ मनाया गया मंकर संक्रांति
पुण्य स्नान व दान के साथ मनाया गया मंकर संक्रांति

-बंगाली समुदाय में पीठा-पुली खाकर मकर संक्रांति का आनंद उठाया

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-मकर संक्रांति पर असाहय व गरीबों के बीच वितरित किये गये शीत वस्त्र

जेएनएन, मालदा/कूचबिहार/माथाभांगा/ कालियागंज : भारत विविधताओं को देश है। आज मकर सक्रांति के पावन अवसर और साल के पहले त्यौहार को विभिन्न भाषा-भाषी समाज के लोगों ने अपने-अपने तरीके से मकर सक्रांति मनाया। कहीं पोंगल, कहीं बिहू, कहीं लोहड़ी तो कहीं गुड्डी पर्व के रूप में इस त्योहार को मनाया जाता है। उत्तर बंगाल में मकर संक्रांति के अवसर पर श्रद्धालुओं ने सुबह-सुबह नदी में स्नान तथा दान-पुण्य किया। कहीं पर पीठा और पुली तो कहीं दही, चिउरा व गुड़ खाकर इस पर्व को मनाया गया।

मालदा जिले में मकर संक्रांति के पुण्य अवसर पर मालदा के वैष्णवनगर के गंगा नदी के खजुरिया घाट पर श्रद्धालुओं का जमावड़ा देखा गया। हाड़-मांस को कंपाने वाली ठंड में भी लोग स्नान करने के बाद पूजा अर्चना करके सूर्य नमस्कार किया। कहा जाता है इस दिन स्नान करने से सारे पाप कट जाते है। गंगा नदी में स्नान करने के लिए बिहार, झारखंड, मालदा मुर्शिदाबाद आदि आस-पास के राज्यों से श्रद्धालु आए हुए थें। इसे लेकर नदी किनारे मेले का आयोजन किया गया था। तृणमूल युवा कांग्रेस की ओर से श्रद्धालुओं के बीच खिचड़ी प्रसाद वितरित किया गया। साथ ही साधु-संन्यासियों को मंच से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर तृणमूल के युवा नेता विश्वजीत मंडल, कालियाचक तीन नंबर ब्लॉक के अध्यक्ष नलिनीकांत सरकार, जिला परिषद के सदस्य दुर्गेश सरकार व पवित्र सरकार उपस्थित थे।

स्थानीय विश्वजीत मंडल ने बताया कि मंकर संक्रांति के अवसर पर प्रति वर्ष मेले का आयोजन किया जाता है। गंगा नदी में डूबकी लगाने के लिए लोग बिहार व झारखंड से यहां आते है। मेले में आए साधु प्रदीपा नंद ने बताया कि मकर संक्राति पर हम देश के विभिन्न राज्यों में जाकर पुण्य स्नान करते है। पहले यहां इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं थी। लेकिन इस वर्ष अच्छी व्यवस्था की गयी है। मालदा जिला परिषद के सभा सभाधिपति गौड़ चंद्र मंडल ने बताया नदी घाटों कि महिलाओं के कपड़े बदलने के लिए अस्थायी टैंट व शौचालय तैयार किया गया है।

वहीं दूसरी ओर कालियागंज में श्री श्याम सेवा समिति की ओर से डाक बंग्ला रोड के राधा कृष्ण परिसर पर सैकड़ों निर्धन व असहाय लोगों के बीच कंबल व शीत वस्त्र वितरित किये गए। साथ ही लोगों को भोजन भी कराया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में समिति के सदस्यों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।

माथभागां में 4 हजार लोगों ने मकर संक्रांति पर पीठा और पुली का स्वाद चखा। साथ ही तथ्य व संस्कृति विभाग की ओर से हाजराहाट के 2 नंबर ग्राम पंचायत इलाके में लोक कलाकारों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का उदघाटन वन मंत्री विनय कृष्ण वर्मन ने किया। इस अवसर पर सांसद पार्थो प्रतीम राय, महकमा शासक रंजन चक्रवर्ती, माथाभांग एक नंबर पंचायत समिति के सभाधिपति अबु तालेब आजाद आदि उपस्थित थे। वन मंत्री ने कहा कि गरीब व लोक कलाकार पहले उपेक्षित थे। लेकिन मां-माटी-मानुष की सरकार ने गरीब कलाकारों के बारे में सोचा और उन्हें भत्ता भी दे रही है।

कैप्शन : मालदा, कालियागंज व माथाभांग की फोटो


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