अस्थायी कर्मचारियों ने विवि गेट पर ताला लगाकर किया प्रदर्शन
-स्थायीकरण सहित 10 सूत्री मांगों को लेकर गौड़ बंग विश्वविद्यालय में आंदोलन -परीक्षा से पूर्व इ
-स्थायीकरण सहित 10 सूत्री मांगों को लेकर गौड़ बंग विश्वविद्यालय में आंदोलन
-परीक्षा से पूर्व इस तरह के आंदोलन से पठन-पाठन ठप, छात्रों को हो रही है परेशानी
संवाद सूत्र, मालदा : गौड़ बंग विश्वविद्यालय में 10 सूत्री मांगों को लेकर बुधवार को तृणमूल शिक्षा बंधु समिति के अस्थायी कर्मचारियों ने विवि के मुख्य द्वार पर ताला लगाकर आंदोलन शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की फोटो का बैनर बनाकर अस्थायी कर्मचारी आंदोलन पर उतर गए है। आंदोलन को लेकर तरह-तरह के सवाल उठ रहें है। इस आंदोलन से पठन-पाठन पूरी तरह ठप हो गया है। कुछ दिनों के बाद छात्रों की परीक्षा भी शुरू होने वाली है।
विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार विप्लव गिरि ने बताया कि इससे पहले भी अस्थायी कर्मचारियों की बहुत सी मांगे मान ली गई थी। लेकिन अब वें कुछ ऐसी मांग रख रहें है, जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। कानून से बाहर जाकर हम कुछ नहीं कर सकते। भाजपा के जिला उपाध्यक्ष अजय गांगुली ने बताया कि विश्वविद्यालय के विकास के लिए करोड़ों रूपये आता है। इस पैसे को हड़प करने के लिए तृणमूल समर्थिक यह संगठन आंदोलन कर रही है। वहीं जिला कांग्रेस के महासचिव बाबूल शेख ने बताया कि अस्थायी कर्मचारियों की नियुक्ति अवैध तरीके से हुई है। यह विश्वविद्यालय भ्रष्टाचार का अखाड़ा है।
विश्वविद्यालय के अध्यापक अरिजीत दास ने बताया कि सामने परीक्षा है। परीक्षा के आयोजन में अस्थायी कर्मचारियों की बहुत बड़ी भूमिका रहती है। इस आंदोलन से परीक्षा व्यवस्था पूरी तरह बाधित होगी। तृणमूल शिक्षक समिति, गौड़ बंग विश्वविद्यालय के अध्यक्ष शुभायु दास ने बताया कि जब तक हमारी सभी मांगें पूरी नहीं की जाती, आंदोलन जारी रहेगा। तृणमूल के मालदा जिला के कार्यकारी अध्यक्ष दुलाल सरकार ने बताया कि हमारे विरोधी इस आंदोलन का विरोध कर रहें है, यह ठीक बात नहीं है। विश्वविद्यालय परिसर में जिस तरह से आंदोलन हो रहा है, उसके साथ तृणमूल कांग्रेस नहीं है।
कैप्शन : विवि के मुख्य द्वार पर आंदोलन करते अस्थायी कर्मचारी