Kolkata Durga puja 2020: नवरात्र शुरू होने के साथ ही बंगाल में तेजी से बढ़ने लगे हैं कोरोना के मामले
नवरात्र के पहले दिन कोरोना के 3865 और दूसरे दिन 3983 मामले दर्ज हुए पूजा में भारी भीड़ होने पर आंकड़ा पांच से छह हजार तक पहुंच जाने की आशंका पूजा में भारी भीड़ होने पर यह आंकड़ा पांच से छह हजार तक पहुंच जाने की आशंका है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। नवरात्र शुरू होने के साथ ही बंगाल में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। नवरात्र के पहले दिन कोरोना के 3,865 और दूसरे दिन 3,983 मामले दर्ज हुए हैं। डाक्टरों ने आशंका जाहिर की है कि जैसे-जैसे दुर्गापूजा नजदीक आती जाएगी, कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगेंगे।
गौरतलब है कि नवरात्र से कुछ दिन पहले तक रोजाना 3,000 से थोड़े ज्यादा मामले सामने आ रहे थे, जो अब 4,000 का स्तर छूने की ओर है। पूजा में भारी भीड़ होने पर यह आंकड़ा पांच से छह हजार तक पहुंच जाने की आशंका है। जानकारों का कहना है कि उस स्थिति से निपटने जैसी स्वास्थ्य आधारभूत संरचना अभी बंगाल में तैयार नहीं हो पाई है।
कोलकाता के बाजारों में पूजा की खरीदारी अभी भी जोर-शोर से चल रही है, वहीं पूजा पंडालों में रविवार को द्वितीया से ही लोग उमड़ने शुरू हो गए थे। पूजा की भीड़ को संभालना राज्य प्रशासन के लिए कड़ी चुनौती बन गई है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में गणेशोत्सव और केरल में ओणम के समय कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ गए थे। ऐसी ही आशंका बंगाल की दुर्गापूजा को लेकर भी जताई जा चुकी है और इसका असर दिखने भी लगा है। दुर्गापूजा कमेटियां पंडालों में शारीरिक दूरी के नियम का पालन कराने में कितना सक्षम हो पाएंगी, यह यक्ष प्रश्न बन गया है।
राज्य प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती सप्तमी, अष्टमी और नवमी की भीड़ नियंत्रित करने की होगी क्योंकि इन्हीं तीन दिनों में सबसे ज्यादा दर्शनार्थी पंडालों में उमड़ते हैं। उसके बाद विजयादशमी पर विसर्जन के लिए गंगा घाटों पर उमड़ने वाली भीड़ को संभालना भी कठिन काम होगा क्योंकि विसर्जन के समय शारीरिक दूरी के नियम का पालन कर पाना आसान नहीं होगा। ममता सरकार इस साल रेड रोड पर पूजा कार्निवल का आयोजन पहले ही रद करने का फैसला कर चुकी है। राज्य प्रशासन की आंखें आसमान की तरफ देख रही हैं। मौसम कार्यालय ने पूजा के दिनों में बारिश की संभावना जताई है।बारिश होने पर लोग घरों से कम निकलेंगे, जिससे कोरोना का संक्रमण फैलने का खतरा कम होगा।