West Bengal: राज्यपाल जगदीप धनखड़ के खिलाफ संसद में आवाज उठाएगी तृणमूल
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच जारी टकराव का मामला अब संसद में भी उठेगा।
कोलकाता। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच जारी टकराव का मामला अब संसद में भी उठेगा। तृणमूल सोमवार से शुरू होने जा रहे संसद के शीतकालीन सत्र में अपना पक्ष रखते हुए राज्यपाल को घेरेगी।
रविवार को तृणमूल सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर उन्हें राज्यपाल के प्रशासनिक कार्यो में हस्तक्षेप किए जाने की जानकारी दी। इस दौरान मीडिया कर्मियों से मुखातिब हुए तृणमूल सांसद ने कहा कि राज्यपाल राज्य में एक समानांतर प्रशासन चला रहे हैं। बिना राज्य सरकार को सूचित किए उन्होंने कई कदम उठाए हैं। इससे पहले सुदीप ने लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात कर उन्हें भी राज्यपाल के रवैये से अवगत कराते हुए शिकायत की। तृणमूल का आरोप है कि राज्यपाल राज्य में एक समानांतर प्रशासन चला रहे हैं। बिना राज्य सरकार को सूचित किए उन्होंने कई कदम उठाए हैं।
मुख्यमंत्री व राज्यपाल का उत्तर बंगाल दौरा
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व राज्यपाल जगदीश धनखड़ सोमवार को अलग-अलग कार्यक्रम के तहत उत्तर बंगाल दौरे पर आ रहे हैं। राज्यपाल सशस्त्र सीमा बल द्वारा रानीडांगा में आयोजित ऑल इंडिया पुलिस तीरंदाजी चैंपियनशिप 2009 का शुभारंभ करेंगे। प्रतियोगिता 23 नवंबर तक चलेगा। इसमें हर राज्य व केंद्र शासित प्रदेशों के केंद्रीय सशस्त्र बल के प्रतिभागी भाग लेंगे। कार्यक्रम में भाग लेने के बाद राज्यपाल राज्य अतिथिशाला में पत्रकारों से बात करेंगे और कोलकाता लौट जाएंगे।
उधर, मुख्यमंत्री कोलकाता से दिन में लगभग तीन बजे बागडोगरा एयरपोर्ट पहुंचेंगी। वहीं से हेलीकॉप्टर से कूचबिहार ऐतिहासिक रास मेला में शामिल होने जाएंगी। साथ ही वहां सभा को संबोधित करेंगी। 19 नवंबर को कूचबिहार से हेलीकॉप्टर से गंगारामपुर जाएंगी। वहां प्रशासनिक बैठक में विकास कार्यो की समीक्षा करेंगी। उसी दिन शाम में मालदा चली जाएंगी, जहां 20 नवंबर को प्रशासनिक बैठक करेंगी। उसके बाद 21 नवंबर को ब्रह्मपुर रवाना होगी। वहां उसी दिन प्रशासनिक बैठक करने बाद वापस कोलकाता लौट जाएंगी। दौरे को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
मंत्रिमंडल में फेरबदल: रविवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल में फेरबदल किया गया। इसके तहत मंत्री राजीव बनर्जी को वन, ब्रात्य बसु को विज्ञान व तकनीक व शांतिराम महतो को पश्चिमांचल विकास का अतिरिक्त दायित्व दिया गया है। साथ ही सुब्रत मुखर्जी व विनय कृष्ण बर्मन को अतिरिक्त दायित्व दिया गया है। इसके अलावा शोभनदेब चट्टोपाध्याय का दायित्व कम किया गया है।