बाग्ला मीडियम स्कूलों को अंग्रेजी मीडियम में बदलने की तैयारी
जागरण संवाददाता कोलकाता देश में बढ़ते अंग्रेजी कल्चर को देखते हुए अपनी मातृभाषा के इतर लोग
जागरण संवाददाता, कोलकाता : देश में बढ़ते अंग्रेजी कल्चर को देखते हुए अपनी मातृभाषा के इतर लोग अब अंग्रेजी शिक्षा पर ज्यादा ध्यान दें रहे हैं। आलम यह है कि महानगर के कुछ बांग्ला माध्यम स्कूलों में बच्चे दाखिला ही नहीं ले रहे। कुछ स्कूल तो ऐस भी जहां छात्रों की संख्या 100 से भी कम है। इस स्थिति पर राज्य के शिक्षा विभाग चिंतित है। वहीं राज्य के सरकारी व सरकारी अनुदान प्राप्त बांग्ला माध्यम स्कूलों में छात्रों की संख्या कम होने से उन स्कूलों को बंद करने की नौबत आ गई है। इस बारे में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा एक विज्ञप्ति जारी की गई है। विज्ञप्ति के अनुसार, जिन बांग्ला माध्यम स्कूलों में छात्रों की संख्या 50 से कम है, उन्हें 'सिक स्कूल' की श्रेणी में रखा गया है। ऐसे लगभग 100 स्कूलों को बांग्ला से अंग्रेजी माध्यम में बदलने की तैयारी की जा रही है। वहीं जिन स्कूलों की रूपरेखा एकदम खराब है या जहा 50 से भी कम छात्र हैं, उन्हें बंद करने का फैसला लिया गया है।