West bengal Corona Effect : ममता बोलीं, मार्च से जब से कोरोना शुरू, अभी तक कोई अर्निंग नहीं केवल बर्निंग
West bengal politics बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने फिर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। बंगाल का बकाया पैसा नहीं देने का फिर मुद्दा उठाया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने मंगलवार को फिर केंद्र की मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि मार्च में जब से कोरोना वायरस का प्रकोप शुरू हुआ है हमें बहुत नुकसान उठाना पड़ा है। अभी कोई अर्निंग नहीं है केवल बर्निंग हो रही है। बावजूद इसके केंद्र सरकार राज्यों को उचित फंड नहीं दे रही है, जितना मिलना चाहिए। राज्य सचिवालय नवान्न में कई जिलों के अधिकारियों के साथ प्रशासनिक बैठक के दौरान ममता ने केंद्र पर बंगाल का बकाया राशि नहीं देने का भी मुद्दा उठाया।
उचित मदद नहीं मिलने के कारण सबकुछ राज्य को ही करना पड़ रहा
उन्होंने कहा कि बार-बार अपील के बावजूद केंद्र राज्य का बकाया भी नहीं दे रहा है। इसके कारण और भी मुश्किलें आ रही है। इस मुद्दे को वह कई बार प्रधानमंत्री के समक्ष भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उठा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र से उचित मदद नहीं मिलने के कारण सब कुछ राज्य को ही करना पड़ रहा है। कोरोना के साथ एम्फन चक्रवात से हुई तबाही का भी बंगाल एक साथ सामना कर रहा है। उल्लेखनीय है कि ममता पहले भी केंद्र सरकार पर राज्यों को फंड नहीं दिए जाने का आरोप लगाती रही हैं। राज्य सरकार का दावा है कि केंद्र के पास उसका 53,000 करोड रुपये का बकाया है। इधर, मुख्यमंत्री ने इस दिन 5 जिलों के जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों व वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की। इस दौरान उन्होंने विकास योजनाओं व कार्यक्रमों की समीक्षा के साथ इसे समय पर पूरा करने का निर्देश दिया।
नीट और जेईई परीक्षा को लेकर ममता ने पीएम को फिर लिखी चिट्ठी
कोरोना संकट को देखते हुए सितंबर में होने वाली नीट और जेईई परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग के एक दिन बाद मंगलवार को बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को एक और पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने प्रधानमंत्री से मांग की है कि नीट और जेईई की परीक्षाएं फिलहाल रोकने के लिए केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करे, जिससे छात्र मानसिक पीड़ा से मुक्त हो सकें। पत्र में ममता ने पीएम मोदी से मामले की संवेदनशीलता को समझने और इन परीक्षाओं पर रोक लगाने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का आग्रह किया है जब तक कि स्थिति फिर से अनुकूल नहीं हो जाती है। ममता ने लिखा, 'प्रधानमंत्री जी मैं आपसे हस्तक्षेप का अनुरोध करना चाहूंगी कि केंद्र सरकार छात्र समुदाय के हित में नीट और जेईई परीक्षा आयोजित करने के अपने आदेश के खिलाफ शीर्ष अदालत में एक पुनर्विचार याचिका दायर करे ताकि छात्रों को मानसिक पीड़ा और मानसिक आपदा से मुक्ति मिल सकें।' उल्लेखनीय है कि ममता ने इस संबंध में सोमवार को भी प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर नीट व जेईई परीक्षाओं पर रोक लगाने के लिए हस्तक्षेप की मांग की थी। उन्होंने का था कि इन परीक्षाओं के चलते छात्रों की जान खतरे में नहीं डाली जाए। जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती तब तक इन परीक्षाओं को स्थगित रखने की उन्होंने अपील की थी।