politics : एक दिन की कार्यवाही के बाद बंगाल विधानसभा का मानसून सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, भाजपा ने दिया धरना
West bengal politics भाजपा विधायकों ने राज्य में हिंसा और पार्टी नेताओं की हत्या के खिलाफ विधानसभा परिसर में धरना दिया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल विधानसभा का सत्र इस वर्ष मार्च के बाद, पहली बार बुधवार को हुआ और दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। सभी एहतियाती उपायों के साथ सदन का एक दिवसीय मानसून सत्र हुआ क्योंकि सरकार महामारी के मद्देनजर लंबा सत्र आयोजित करने को लेकर इच्छुक नहीं थी। सत्र सभी कोविड-19 नियमों का पालन करने के बाद आहूत किया गया था। इससे पहले विधानसभा परिसर में प्रवेश करने से पहले सभी लोगों का कोविड-19 टेस्ट किया गया। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही सत्र में भाग लेने की अनुमति दी गई।
मार्च के बाद पहली बैठक थी
यह सदन की इस वर्ष मार्च के बाद पहली बैठक थी जब सत्र की अवधि में महामारी के चलते कटौती कर दी गई थी। भाजपा विधायक दल ने राज्य में हिंसा और पार्टी नेताओं की हत्या के खिलाफ विधानसभा परिसर में धरना दिया।
अंबेडकर प्रतिमा के पास धरना
भाजपा विधायक दल के नेता मनोज तिग्गा ने कहा कि हमने राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में आंबेडकर की प्रतिमा के पास धरना देने का निर्णय किया।
सर्वदलीय बैठक में की घोषणा
बताते चलें कि इससे पहले 2 दिनों के विधानसभा सत्र की घोषणा की गई थी। लेकिन, कोविड-19 महामारी के कारण विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने एक दिन पहले मंगलवार को सर्वदलीय बैठक में मानसून सत्र को केवल एक दिन के लिए आयोजित करने की घोषणा की।
नहीं चाहते कि लोग विस में रहें
बनर्जी ने उसी समय कह दिया था कि हम नहीं चाहते कि लोग अधिक समय तक विधानसभा में रहें। इसलिए यह तय किया गया है कि सदन को कुछ आवश्यक औपचारिकता के बाद स्थगित कर दिया जाएगा। इसी के अनुरूप एक दिन की कार्यवाही के बाद इसे स्थगित कर दिया गया।