West Bengal Politics : कोरोना काल में बंगाल में अब दुर्गा पूजा के आयोजन को लेकर भिड़ी भाजपा व तृणमूल
West Bengal Politics दिलीप घोष द्वारा कोरोना के चलते दुर्गा उत्सव की बजाय सिर्फ पूजा करने के बयान को लेकर सियासत। तृणमूल ने कहा दुर्गा पूजा को लेकर लोगों को गुमराह कर रही है भाजपा। अब राज्य के सबसे बड़े त्योहार मनाने से भी लोगों को रोकना चाहती है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में अब दुर्गा पूजा के आयोजन को लेकर विपक्षी भाजपा और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस भिड़ गई है। दरअसल, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने शुक्रवार को सभी पूजा समितियों और आम जनता से इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए पूजा के दौरान उत्सव नहीं करने का आग्रह करते हुए सिर्फ श्रद्धा और भक्ति से दुर्गा पूजा करने की अपील की थी। इसके बाद तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि भाजपा अब राज्य के सबसे बड़े त्योहार मनाने से भी लोगों को रोकना चाहती है।
भाजपा लोगों को क्यों गुमराह कर रही है?
तृणमूल का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा पहले ही सभी पूजा कमेटियों को कोविड-19 को देखते हुए नियमों का पालन करते हुए दुर्गा पूजा के आयोजन के तरीके के बारे में दिशा निर्देश जारी किए जा चुके हैं। ऐसे में भाजपा लोगों को क्यों गुमराह कर रही है?
सरकार की इजाजत के बिना रैली क्यों की?
एक वरिष्ठ तृणमूल नेता ने कहा कि भाजपा नेता को यदि कोरोना फैलने की इतनी ही चिंता है तो वह 3 दिन पहले कोलकाता में हजारों-हजार कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटाकर राज्य सरकार की इजाजत के बिना रैली क्यों की थी?
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के लिए जिम्मेदार
उन्होंने कहा कि सिर्फ यही रैली नहीं बल्कि भाजपा लगातार महामारी अधिनियम का उल्लंघन कर राज्यभर में रैली व सभा कर रही है। तृणमूल नेता ने राज्य में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के लिए भाजपा को ही जिम्मेदार भी ठहराया।
दुर्गा पूजा पंडाल को खुला रखना होगा रास्ता
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही निर्देश दिया है कि पूजा मंडप या उसके आसपास इस बार कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा दुर्गा पूजा पंडाल को खुला रखना होगा और मंडप में प्रवेश व बाहर निकलने के लिए अलग-अलग रास्ता रखना होगा।
दुर्गा पूजा करें लेकिन उत्सव से परहेज करें
साथ ही सभी आगंतुकों के लिए मास्क अनिवार्य है। बता दें कि एक दिन पहले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा था कि वर्तमान स्थिति में दुर्गा पूजा करें लेकिन उत्सव से परहेज करें। उन्होंने यह भी कहा कि इस महामारी से छुटकारा पाने के लिए मां से प्रार्थना करें।