West Bengal Politics : अधीर रंजन चौधरी ने कहा-बंगाल में कांग्रेस और वाममोर्चा मिलकर लड़ेंगे 2021 के विस चुनाव
West Bengal Politics प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा दोनों दलों के गठबंधन में हाईकमान को भी नहीं होगी आपत्ति। पिछली बार की तरह ही दोनों दल मिलकर लड़ेंगे चुनाव। वाममोर्चा ने किया स्वागत। वाममोर्चा के चेयरमैन विमान बोस ने कहा है कि गठबंधन दोनों दलों के हित में है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में पिछली बार की तरह इस बार भी 2021 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और वाममोर्चा का गठबंधन देखने को मिलेगा। प्रदेश कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने शनिवार को इसकी औपचारिक घोषणा कर दी।
हाईकमान को गठबंधन में कोई आपत्ति नहीं होगी
कोलकाता में पार्टी नेताओं के साथ बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में अधीर ने कहा कि (पार्टी हाईकमान) को भी राज्य विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस-वाममोर्चा के बीच होने वाले गठबंधन में कोई आपत्ति नहीं होगी। यानी हाईकमान इसके रास्ते में नहीं आएगी।
दोनों के गठबंधन का वाममोर्चा ने किया स्वागत
उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले दोनों दलों के बीच गठबंधन होगा। इधर, वाममोर्चा ने भी इसका स्वागत किया है। वाममोर्चा के चेयरमैन विमान बोस ने कहा है कि गठबंधन दोनों दलों के हित में है।
294 सीटों पर अगले साल अप्रैल-मई में चुनाव हैं
बताते चलें कि बंगाल विधानसभा की 294 सीटों पर अगले साल अप्रैल-मई में चुनाव होने हैं। भाजपा ने अपना चुनाव अभियान पहले ही शुरू कर दिया है तथा दावा किया है कि वह ममता बनर्जी सरकार को उखाड़ कर ही दम लेगी।
2019 के लोस चुनाव में जीत से उत्साहित भाजपा
दरअसल, 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्य की 42 सीटों में से 18 पर जीत हासिल करने के बाद से ही भाजपा अति उत्साहित है। गौरतलब है कि सोमेन मित्रा के निधन के कारण कांग्रेस ने 2 वर्षों के भीतर दूसरी बार अधीर पर अपना भरोसा जताते उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेवारी सौंपी है।
पहली बार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ की बैठक
बंगाल के मुर्शिदाबाद के बहरामपुर से पांचवीं बार सांसद चुने गए अधीर ने प्रदेश अध्यक्ष के पद पर नियुक्ति के बाद पहली बार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। अधीर ने कहा कि एआइसीसी ने उन्हें महत्वपूर्ण समय पर फिर से नियुक्त किया है और चूंकि आलाकमान का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
ममता बनर्जी के साथ प्रतिद्वंद्विता के लिए जानते हैं
इसलिए उनकी राय में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए वामदलों के साथ सच्चे गठबंधन का समर्थन किया गया है। गौरतलब है कि अधीर तृणमूल सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कट्टर आलोचक रहे हैं। अधीर को ममता के साथ प्रतिद्वंद्विता के लिए भी जाना जाता है।