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West Bengal Politics: बीरभूम में गंगाजल छिड़ककर हुई 350 भाजपा कार्यकर्ताओं की टीएमसी में वापसी

बंगाल विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद बड़ी संख्या में भाजपा नेता व कार्यकर्ता ममता बनर्जी की नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में दोबारा शामिल होना चाह रहे हैं। टीएमसी में शामिल होने के लिए अब भाजपा कार्यकर्ताओं का शुद्धीकरण गंगाजल छिड़ककर हो रहा है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Fri, 18 Jun 2021 08:26 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 08:26 PM (IST)
West Bengal Politics: बीरभूम में गंगाजल छिड़ककर हुई 350 भाजपा कार्यकर्ताओं की टीएमसी में वापसी
तृणमूल कार्यालय के बाहर धरना देते भाजपा कार्यकर्ता। घंटों धरने के बाद उन्हें पार्टी में किया गया शामिल।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद बड़ी संख्या में भाजपा नेता व कार्यकर्ता ममता बनर्जी की नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में दोबारा शामिल होना चाह रहे हैं। टीएमसी में शामिल होने के लिए अब भाजपा कार्यकर्ताओं का शुद्धीकरण गंगाजल छिड़ककर हो रहा है।बंगाल के बीरभूम जिले के सैंथिया इलाके में 350 भाजपा कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को घर वापसी के लिए टीएमसी कार्यालय के बाहर घंटों धरना दिया।सभी कार्यकर्ताओं का कहना था कि उन्होंने भाजपा में जाकर गलती की है।

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टीएमसी में उन्हें वापस लिया जाए। भाजपा कार्यकर्ताओं का यह धरना करीब चार घंटे तक चला। घंटों चले इस हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद इलाके के टीएमसी पंचायत प्रधान ने सभी कार्यकर्ताओं पर गंगाजल छिड़का, उन्हें 'शुद्ध' किया, फिर पार्टी की सदस्यता दी। इसके बाद भाजपा कार्यकर्ता काफी उत्साहित दिखे। दरअसल, बात सिर्फ छोटे कार्यकर्ताओं की ही नहीं है, दिग्गज भाजपा नेता भी पार्टी की हार के बाद घर वापसी के लिए गुहार लगा रहे हैं। हताश नेताओं व कार्यकर्ताओं को अब भाजपा में अपना भविष्य नजर नहीं आ रहा।

शामिल न होने तक जारी रहा धरना

सभी भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना था कि यह धरना और अनशन तब तक नहीं हटेगा जब तक इनको टीएमसी में वापस शामिल नहीं किया जाएगा। सभी के हाथ में प्ले कार्ड भी था, जहां भाजपा में शामिल होना गलत बताया गया था और टीएमसी और ममता बनर्जी को महान बताया गया था। कुछ दिनों पहले भी बीरभूम में टीएमसी में शामिल होने की जिद पकड़कर भाजपा कार्यकर्ता टीएमसी दफ्तर के बाहर धरने पर बैठे थे। यह नया ट्रेंड इस वक्त बंगाल में चल रहा है, जहां भाजपा कार्यकर्ता टीएमसी में वापसी के लिए टीएमसी दफ्तर के बाहर धरना और अनशन कर रहे हैं। यह इस बात के भी संकेत हैं कि 2019 के लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन के बाद जिस तरह तृणमूल छोड़कर बड़ी संख्या में नेता व कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो रहे थे, उस बंगाल में अब भाजपा की जमीन दरक रही है।

हिंसा के डर से कार्यकर्ता तृणमूल में हो रहे हैं शामिल : भाजपा

इधर, नए चलन पर प्रदेश भाजपा के नेताओं का आरोप है कि चुनाव बाद जो हिंसा हुई है, उससे डरकर बाध्य होकर पार्टी के कार्यकर्ता टीएमसी में शामिल हो रहे हैं। भाजपा सांसद अर्जुन सिंह के मुताबिक, कार्यकर्ताओं के पास कोई उपाय अब नहीं रह गया है क्योंकि जिस तरह की हिंसा हो रही है वह अभूतपूर्व है।उल्लेखनीय है कि भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय भी अपने बेटे शुभ्रांशु के साथ हाल ही में टीएमसी में दोबारा शामिल हो गए थे।


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