West Bengal News: महात्मा गांधी का महिषासुर के रूप में चित्रण को लेकर आयोजक के साथ मारपीट, पुलिस में शिकायत
West Bengal News इस पूजा के आयोजक अखिल भारतीय हिंदू महासभा के प्रमुख पदाधिकारी चंद्रचूर गोस्वामी ने बुधवार को इस बाबत पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। इसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके साथ तीन अज्ञात लोगों ने मारपीट की।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। West Bengal News: दक्षिण-पूर्व कोलकाता के कस्बा इलाके में एक दुर्गा पूजा पांडाल में मां दुर्गा की प्रतिमा में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के कथित तौर पर महिषासुर के रूप में चित्रण को लेकर अब आयोजक के साथ मारपीट की गई है। इस पूजा के आयोजक अखिल भारतीय हिंदू महासभा के प्रमुख पदाधिकारी चंद्रचूर गोस्वामी ने बुधवार को इस बाबत पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। इसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके साथ तीन अज्ञात लोगों ने मारपीट की।
गोस्वामी ने दावा किया- बुधवार दोपहर में तीन लोगों ने इस पंडाल में प्रवेश किया और तस्वीरें लेना शुरू किया। मूर्ति की तस्वीरें लेने के अलावा वे पंडाल के अंदर की तस्वीरें भी ले रहे थे। मैंने जब उनसे तस्वीरों के बारे में पूछा तो इसके बाद उन लोगों ने मेरे साथ मारपीट की और घटनास्थल से चले गए।
खुद को केंद्र सरकार का अधिकारी बताया
गोस्वामी के अनुसार, इनमें से एक व्यक्ति ने खुद को केंद्र सरकार का अधिकारी बताया। उन्होंने कहा कि मैंने आज स्थानीय पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत दर्ज कराई है। मुझे उम्मीद है कि पुलिस तत्काल कार्रवाई करेगी। उल्लेखनीय है कि इस पंडाल में प्रतिमा को लेकर रविवार, दो अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके पर बवाल मच गया था।
महात्मा गांधी के गलत चित्रण को लेकर हिंदू महासभा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी। देवी दुर्गा ने महिषासुर समेत जिन असुरों का संहार किया था, उनके चित्र इस प्रतिमा के साथ बनाए गए थे। इन्हीं में से एक चित्र गांधीजी से मिलती-जुलता छवि का था। यह तस्वीर सामने आने के बाद बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भाजपा ने भी निंदा की थी। इन दलों ने महात्मा गांधी के महिषासुर के रूप में कथित चित्रण की निंदा करने के साथ कार्रवाई की मांग की थी।
यह राष्ट्रपिता का अपमान
तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा था कि अगर यह वास्तव में किया गया था, तो यह राष्ट्रपिता का अपमान है। यह देश के प्रत्येक नागरिक का अपमान है। इस तरह के अपमान के बारे में भाजपा क्या कहेगी? हम जानते हैं कि गांधीजी का हत्यारा किस वैचारिक खेमे से था। हालांकि बंगाल भाजपा ने भी इस तरह के प्रतिरूप की निंदा की।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने संवाददाताओं से कहा कि अगर ऐसा कदम उठाया गया है, तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है। हम इसकी निंदा करते हैं। यह असभ्य और अपमानजनक है। हालांकि इस मामले के तूल पकड़ने के बाद अगले ही दिन इस प्रतिमा में बदलाव किए गए और महात्मा गांधी से मिलती-जुलती मूरत को हटा दिया गया था।
दरअसल, दुर्गा प्रतिमा की इस तस्वीर को लेकर एक पत्रकार ने सबसे पहले ट्वीट किया था। इसके बाद कोलकाता पुलिस के आग्रह पर उसने यह पोस्ट हटा दी थी। पत्रकार ने कहा था कि पुलिस ने उन्हें पोस्ट हटाने के लिए लिए कहा क्योंकि इससे त्योहार के दौरान तनाव पैदा हो सकता है।