West Bengal Lockdown: कोलकाता में शारीरिक दूरी का पालन कराने को उतारना पड़ा बाउंसर
महानगर के एक बाजार में बाउंसरों को नियुक्त किया गया है जिन्हें लोगों के बीच शारीरिक दूरी बनाए रखने और मास्क के बिना लोगों को न जाने देने की ड्यूटी पर लगाया गया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः महानगर के एक बाजार में बाउंसरों को नियुक्त किया गया है जिन्हें लोगों के बीच शारीरिक दूरी बनाए रखने और मास्क के बिना लोगों को न जाने देने की ड्यूटी पर लगाया गया है। शहर के नाइट क्लब बंद हैं, ऐसे में बाउंसरों के पास नौकरी नहीं थी, इसको देखते हुए कोलकाता के तेहट्टी बाज़ार एसोसिएशन ने यह निर्णय लिया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष का कहना है कि इलाके में लोग शारीरिक दूरी के नियम को नहीं मान रहे थे और कई बार मास्क बिना पहने ही आ रहे थे, इसे रोकने के लिए उन्होंने सोचा कि लोग सिक्योरिटी गार्ड्स की बात नहीं सुनते तो क्यों न बाउंसर्स को लाया जाए।
इन बाउंसरों के आने के बाद बाजार में कोई भी बिना मास्क के नहीं जा सकता है और शारीरिक दूरी के नियम भी लोग मानकर चल रहे हैं। भीड़भाड़ वाले तेहट्टी मार्केट में 8 बाउंसरों को तैनात किया गया है। इन बाउंसरों की तैनाती में 2 लाख रुपये का खर्च आया है। मार्केट एसोसिएशन प्रमुख रवि जाजोदिया का कहना है कि ये बाउंसर लोगों को बाजार में घुसने के पहले थर्मल स्क्रेनिंग से लेकर उनके हाथ सैनिटाइत तक करवाते हैं।
10 साल से कोलकाता के पार्क स्ट्रीट में बाउंसर का काम कर रहे कमलेश का कहना है कि यह भी पहले के काम जैसा ही है, लोगों को संभालना होता है, लेकिन यहां पर अपनी जान बचाना भी एक चैलेंज है। लोग मास्क तक नहीं लगाते हैं। ऐसे में उन्हें इसका महत्व बताना बहुत जरूरी है।
कई सालों से बाउंसर का काम करने वाले मोहम्मद सद्दाम ने कहा कि पहले रात भर जाग कर काम करना पड़ता था,लेकिन अब और लोगों की तरह ही सुबह से काम करता हूं और रात को समय से सोता हूं, कई माह नौकरी न रहने के कारण हम लोगों ने बहुत दिक्कतों का सामना किया और भी लोगों को सामने आकर इस तरह हमारा साथ देना चाहिए। दरअसल बंगाल में कोरोना का कहर तेज़ी से बढ़ता जा रहा है। राज्य में 47 हज़ार से ज्यादा लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। राजधानी कोलकाता प्रदेश का सबसे बड़ा कोरोना हॉटस्पॉट है। ऐसे में सामाजिक दूरी का पालन करवाने के लिए बाज़ार एसोसिएशन नए नए तरीके अपना रहे हैं।