West Bengal: राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने फिर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दिया बातचीत का ऑफर
West Bengal Governor Jagdeep Dhankhar. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने फिर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बातचीत का ऑफर दिया है।
कोलकाता, जेएनएन। West Bengal Governor Jagdeep Dhankhar. बंगाल सरकार और राजभवन के बीच जारी टकराव के बीच राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि वे विवाद को खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ हर मुद्दे पर बातचीत को तैयार हैं। शुक्रवार को एक बार फिर ट्वीट कर राज्यपाल ने कहा कि मेरा मानना है कि संविधान में बातचीत ही एकमात्र रास्ता है। मैं मुख्यमंत्री के साथ राजभवन या राज्य सचिवालय नवान्न या फिर कॉफी हाउस कहीं भी किसी भी मुद्दे पर बातचीत को तैयार हूं। ऐसा नहीं है कि मैं पहली बार ऐसा कह रहा हूं।
जेएनयू हिंसा पर ममता के रुख पर राज्यपाल ने खड़े किए सवाल
दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में हिंसा को लेकर बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के विरोध पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सवाल उठाते हुए उनपर परोक्ष हमला बोला है। राज्यपाल ने ममता का नाम लिए बिना तृणमूल कांग्रेस पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम को अपने राज्य के बाहर के मुद्दों पर कूदने से पहले अपने राज्य में शांति बहाल करनी चाहिए।
राज्यपाल ने ट्वीट करके करीब एक पखवाड़े पहले कोलकाता के जादवपुर विश्वविद्यालय में अपने साथ हुई रोक-टोक और घेराव की घटना का जिक्र करते हुए पूछा कि जो लोग आज जेएनयू पर हंगामा कर रहे हैं उन्होंने जादवपुर विवि की घटना पर चुप्पी क्यों साध रखी थी?
राज्यपाल ने कहा कि शिक्षण संस्थानों में हिंसा और अराजकता की स्थिति चिंताजनक है और इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों उनके साथ जादवपुर विवि में जो कुछ भी हुआ था, उस पर वे लोग (तृणमूल) खामोश थे लेकिन आज जेएनयू की घटना की कड़ी निंदा कर रहे हैं। राज्यपाल ने जेएनयू की घटना पर ममता बनर्जी द्वारा वहां प्रतिनिधिमंडल भेजने पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि उनके खुद के प्रदेश की जादवपुर विवि में हुई हिंसा पर वह कुछ नहीं बोलीं।
अपने ट्वीट में राज्यपाल ने राज्य सरकार पर निष्क्रियता और विवि प्रबंधन पर अकर्मण्यता का आरोप लगाते हुए कहा कि जादवपुर की घटना में विश्वविद्यालय के कुलपति ने अपने कर्तव्यों को दरकिनार कर दिया था और राज्य सरकार निष्क्रिय बनी हुई थी। धनखड़ ने दोहरा मापदंड को लेकर स्पष्ट कहा कि उन्हें पहले अपना घर देखना चाहिए।
जेएनयू की घटना की निंदा करते हुए ममता ने कहा था कि देश के सभी छात्रों को इस मसले पर एक साथ लड़ाई लड़नी चाहिए। उन्होंने इस घटना को जेएनयू के छात्रों व शिक्षकों पर फासीवादी सर्जिकल स्ट्राइक तक करार दिया था।
गौरतलब है कि पिछले महीने 24 दिसंबर को कोलकाता के जादवपुर विवि में तृणमूल समर्थित नॉन टीचिंग स्टाफ व छात्रों ने राज्यपाल को विवि के दीक्षांत समारोह में शामिल होने से रोकते हुए उन्हें काले झंडे दिखाए थे और उनकी कार रोक ली थी। अंत में राज्यपाल को बैरंग वापस लौटना पड़ा था।