कोलकाता में बस्ती इलाकों से आ रहे हैं कोरोना के 15 फीसद मामले, सामुदायिक संक्रमण का खतरा
West bengal Coronavirus कोलकाता नगर निगम की ओर से 6 मई से 27 जून के भीतर बस्ती इलाकों में 14008 रैंडम स्वाब संग्रह किए गए थे इसमें 267 लोग पॉजिटिव पाए गए।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोलकाता तथा उसके आसपास के इलाकों में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। ताजा जानकारी के मुताबिक कोरोना के कुल मामलों में 15 फीसद मामले बस्ती इलाकों से आ रहे हैं। जानकारों की माने तो यह काफी चिंता का विषय है जो सामुदायिक संक्रमण फैलने की ओर इशारा कर रहा है। इसे लेकर कोलकाता नगर निगम की ओर से राज्य सचिवालय को एक रिपोर्ट सौंपी गई है। हालांकि इस पर काबू पाने के लिए निगम की ओर से ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। पश्चिम बंगाल में खासकर कोलकाता में कोरोना का प्रसार तेज है। इस बीच कोलकाता के बस्ती इलाकों में कोविड-19 का संक्रमण और ज्यादा है।
कोलकाता नगर निगम की ओर से 6 मई से 27 जून के भीतर बस्ती इलाकों में 14,008 रैंडम स्वाब संग्रह किए गए थे, इसमें 267 लोग पॉजिटिव पाए गए। जिन बस्ती इलाकों में यह रैंडम टेस्ट किया गया उनमें बेलगछिया, धापा, लॉकगेट आदि शामिल है। बताते चलें कि कोलकाता की एक तिहाई आबादी बस्ती इलाकों में रहती है। कोलकाता नगर निगम के सलाहकार तथा सांसद शांतनु सेन ने बताया कि इसकी रिपोर्ट राज्य सचिवालय से चावलों को सौंप दी गई है। जो लोग कोरोना संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए थे उन्हें राजारहाट तथा बाल्टीकुड़ी के क्वारंटाइन सेंटर में भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि महानगर के बस्ती इलाकों में सामुदायिक संक्रमण के संकेत मिले हैं जिसकी वजह से राज्य स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ गई हैं।
इस क्षेत्र को निषिद्ध क्षेत्र यानी कंटेनमेंट जोन के तौर पर चिन्हित कर दिया गया है और यहां रहने वाले लोगों को घरों में ही अलग-अलग रहने की सलाह दी गई है। उन्होंने कहा कि बस्ती क्षेत्र में रहने वाले लोग कॉमन बाथरूम और शौचालय का इस्तेमाल करते हैं जिसकी वजह से सामुदायिक संक्रमण फैलने का खतरा है। इसीलिए एहतियात बरतते हुए संभावित संक्रमित लोगों को भी तुरंत जांच के लिए ले जाया जा रहा है।