Bengal: ममता बनर्जी बोलीं, मैं महिलाओं के खिलाफ किसी भी तरह की हिंसा को बर्दाश्त नहीं करती
Mamata Banerjee. मालदा मामले में ममता ने कहा कि महिला को मौत के घाट उतार दिया गया था लेकिन हमें किसी नतीजे पर पहुंचने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार करना होगा।
कोलकाता, एएनआइ। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा है कि मैं महिलाओं के खिलाफ किसी भी तरह की हिंसा को बर्दाश्त नहीं करती। पुलिस को मेरा स्थायी निर्देश है कि आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और उन्हें 3-10 दिनों के भीतर आरोपपत्र सौंपा जाए। यह कानून है।
मालदा मामले में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि महिला को मौत के घाट उतार दिया गया था, लेकिन हमें दुष्कर्म की पुष्टि के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार करना होगा।
हैदराबाद के बाद मालदा में भी युवती के साथ दुष्कर्म करके जिंदा जलाया
हैदराबाद की तरह मालदा में भी 20 से 22 साल की युवती के साथ दुष्कर्म करके जिंदा जलाने का मामला सामने आया है। यह घटना गत गुरुवार की सुबह इंग्लिश बाजार थाना के कोतवाली ग्राम पंचायत के टिपाजनी इलाके में घटित हुई। प्रथम द्रष्टया पुलिस का अनुमान है कि युवती के साथ दुष्कर्म करके उसे जला दिया गया होगा। खबर की सूचना मिलते ही घटनास्थल पर जिला पुलिस अधीक्षक अलोक राजोरिया, डीएसपी प्रशांत देवनाथ सहित जिला के दो पदाधिकारी पहुंचे कर मामले की छानबीन शुरू कर दी। फिलहाल, युवती की पहचान नहीं हो पाई है। अर्द्धनग्न हालत में उसकी जली हुई लाश मिली है। इस घटना को लेकर जिला में काफी आक्रोश है। शव को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग जुटे थे।
शव के पास मिली सामग्री की होगी फॉरेंसिक जांच
जिला पुलिस अधीक्षक अलोक राजोरिया ने बताया कि शव के पास हमें नमूना मिला है, उसकी फॉरेंसिक जांच की जाएगी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। वहीं, डीएसपी प्रशांत देवनाथ ने बताया कि युवती के शव को देखकर उसकी उम्र 20 से 22 साल लगती है। वह 80 फीसद जली अवस्था में मिली। उसके प्राइवेट पार्ट पर जख्म के निशान थे। शव के पास से एक जोड़ी जूता मिला है। यह जूता युवती का हो सकता है। साथ माचिश की तीली भी मिली है। उसका गला दबाकर मारा गया होगा, उसके गले पर निशान से ऐसा लगता है। इलाकावासियों का कहना है कि ऐसी घटना पहले कभी घटित नहीं हुई। ग्रामीणों ने बताया कि सुबह खेत पर जाते समय हमने हमने युवती का अर्द्धनग्न शव देखकर सभी को सूचित किया। बाद में पुलिस को इसकी सूचना दी गई।
इस घटना की निंदा करते हुए गौड़ बांग्लया ह्यूमन राइट्स एवेयरनेस के सचिव मृत्युंजय दास ने बताया कि इस तरह की घटना समाज के लिए घातक है। पुलिस प्रशासन को शीघ्र इसकी जांच करके आरोपित को गिरफ्तार करना चाहिए। दोषियों को कठोर सजा नहीं मिलती, इसलिए समाज में ऐसे अपराध बढ़ रहें है। हम इसके लिए आंदोलन करेंगे।