माझेरहाट ब्रिज हादसाः दूसरे दिन भी जारी रहा बचाव कार्य, ममता ने किया घटनास्थल का दौरा
कोलकाता के माझेरहाट में रोड ओवर ब्रिज का हिस्सा गिर जाने की घटना के दूसरे दिन भी युद्धस्तर पर बचाव कार्य जारी रहा।
कोलाकाता, जेएनएन। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता के माझेरहाट ब्रिज हादसे के बाद बुधवार की शाम घटनास्थल का दौरा करने पहुंचीं। इस मौके पर ममता ने कहा कि पैसा और नौकरी किसी की जिंदगी वापस नहीं ला सकते, लेकिन मंगलवार को ब्रिज हादसे में मरने वाले व्यक्ति के परिवार को पांच लाख का मुआवजा दिया जाएगा। दो लोगों की हालत गंभीर है। राज्य में कई सारे और पुल भी ऐसे ही हैं, सरकार इसके लिए जरूरी कदम उठा रही है। ममता के मुताबिक, माझेरहाट ब्रिज हादसे की जगह से एक और शव बरामद हुआ है। घटना की जांच की जा रही है। वीरवार को मैंने एक आपात बैठक बुलाई है।
माझेरहाट हादसाः कोलकाता पुलिस ने दर्ज किया गैर जमानती धाराओं में मुकदमा
माझेरहाट फ्लाईओवर का एक हिस्सा गिर जाने की घटना में स्वत: संज्ञान लेते हुए कोलकाता पुलिस ने गैर जमानती धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। हालांकि रिपोर्ट में किसी संस्था या व्यक्ति के नाम का उल्लेख नहीं किया गया। खासबात यह है कि घटनास्थल न्यू अलीपुर थाना क्षेत्र में होने के बावजूद अलीपुर में रिपोर्ट दर्ज किए जाने को लेकर भी पुलिस की भूमिका पर ही सवाल खड़े हो गए हैं। बता दें कि मंगलवार शाम करीब साढ़े चार बजे इकबालपुर से बेहला को जोड़ने वाला माझेरहाट में बने रोड ओवर ब्रिज का एक हिस्सा गिर पड़ा था। हादसे में सोमेन बाग नामक युवक की मौत हो गई थी। जबकि 25 लोग जख्मी हो गए थे। पुल का दायित्व संभालने वाले विभाग ने भी हादसे की जिम्मेदारी लेने से हाथ पीछे खींच लिए थे। हालांकि राज्य सरकार ने रेलवे के मत्थे इसका ठीकरा फोड़ दिया था।
रेल विकास निगम लिमिटेड ने भी बिना समय गंवाए घटना से उसका कोई संबंध होने से साफ इन्कार कर दिया था। हादसे के 24 घंटे बीतने के बाद भी किसी संस्था द्वारा जिम्मेदारी नहीं लिए जाने के बाद कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के निर्देश पर पुलिस की ओर से पुल के रखरखाव में लापरवाही को आधार बनाकर अलीपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। रिपोर्ट में 304, 308, 427 आइपीसी तथा 34 पुलिस एक्ट का उल्लेख होने के बावजूद किसी संस्था या किसी व्यक्ति के नाम का जिक्र नहीं किया गया। इतना ही नहीं न्यू अलीपुर थाना क्षेत्र में घटनास्थल होने के बावजूद पुलिस ने अलीपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया। थाना बदलने में पुलिस की भूमिका को लेकर भी सवाल खड़े हो गए हैं। साथ ही एक दिन बाद भी हादसे के जिम्मेदार लोगों को चिन्हित करने में नाकाम होने पर पुलिस की किरकिरी भी होने लगी है। उधर, बुधवार शाम पुलिस आयुक्त राजीव कुमार ने घटनास्थल पहुंच कर बचाव कार्य का जायजा लिया।
दूसरे दिन भी युद्धस्तर पर जारी रहा बचाव कार्य
माझेरहाट में रोड ओवर ब्रिज का हिस्सा गिर जाने की घटना के दूसरे दिन भी युद्धस्तर पर बचाव कार्य जारी रहा। मलबे में किसी श्रमिक के फंसे होने की आशंका के चलते सेना, एनडीआरएफ और दमकल कर्मियों ने भारी भरकम मशीनों के जरिए कंक्रीट को तोड़कर हटाने का काम शुरू कर दिया। लोहे के टुकड़ों को हटाने के लिए उच्च क्षमता वाली क्रेनों का सहारा लिया जा रहा है। हालांकि अभी तक क्षतिग्रस्त पुल के हिस्से के नीचे पहुंचना संभव नहीं हो पाया है। हादसे से जमीन भी धंस चुकी है। एहतियातन मेडिकल टीम के साथ एंबुलेंस को भी तैयार रखा गया है। उधर, फोरेंसिक विशेषज्ञों ने भी घटनास्थल का मुआयना करने के बाद जांच के लिए नमूने एकत्र किए। टीम ने पिलर की भी जांच की।
पूरी रात बेचैन रहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी
उत्तर बंगाल दौरे पर दार्जिलिंग पहुंची मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कलकत्ता में माझेरहाट ओवर ब्रिज के गिरने से काफी बेचैन थी। वह अपना दौरा बीच में ही रद करके बुधवार को कलकत्ता के लिए रवाना हुईं। बागडोगरा एयरपोर्ट पहुंचने के पूर्व दार्जिलिंग में शिक्षक दिवस के अवसर पर दार्जिलिंग चौरास्ता से नए विश्वविद्यालय समेत अन्य परियोजनाओं का शिलान्यास करने के बाद सड़क मार्ग से शाम 3.30 बजे बागडोगरा पहुंचीं। यहां से वह साढ़े चार बजे विमान संख्या 6इ 534 से शाम 4.35 बजे कोलकाता के लिए रवाना हो गईं। मुख्यमंत्री एयरपोर्ट पर मौजूद समर्थर्कों, पार्टी नेताओं और मीडिया कर्मियों को हाथ हिलाकर अभिवादन की और अंदर चली गयी।
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री मंगलवार पूरी रात सो नहीं पाईं। पूरी रात घटनास्थल पर मौजूद अधिकारियों और मंत्रियों से पल-पल की जानकारी लेती रही। रात को खाना भी नहीं खा पायी। उन्होंने घटना के बाद चल रहे उद्धार कार्य का वीडियो रिकॉर्डिग कराने का निर्देश दिया है। उनको इस बात का मलाल है कि काफी प्रयास के बाद भी उन्हें विशेष विमान उपलब्ध नहीं हो पाया। कलकत्ता पहुंचकर मुख्यमंत्री सीधे माझेरहाट घटनास्थल जाएंगी वहां चले रहे राहत कार्य का जायजा लेंगी। वहां से अस्पताल जाकर घायलों का हालचाल लेंगी। मुख्यमंत्री नवान्न इस घटना को लेकर बैठक करेंगी। इंजीनियरों से रिपोर्ट तलब की जाएगी। मुख्यमंत्री इस दुर्घटना को लेकर विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे आरोपों का भी जबाव देंगी।