West Bengal: गिरफ्तार हालीशहर नगरपालिका चेयरमैन के इस्तीफे की मांग पर भाजपा का प्रदर्शन
उत्तर 24 परगना के हालीशहर नगरपालिका के सामने इकठ्ठा हुए बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस दौरान तृणमूल कांग्रेस व राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और चेयरमैन पद से सहनी के तत्काल इस्तीफे की मांग की।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। चिटफंड मामले में सीबीआइ द्वारा तृणमूल नेता व हालीशहर नगरपालिका के चेयरमैन राजू सहनी को गिरफ्तार किए जाने के अगले दिन शनिवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने पालिका के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। उत्तर 24 परगना के हालीशहर नगरपालिका के सामने इकठ्ठा हुए बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस दौरान तृणमूल कांग्रेस व राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और चेयरमैन पद से सहनी के तत्काल इस्तीफे की मांग की। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने चोर धरो, जेल भरो के लगाए नारे लगाए।
प्रदर्शन के मद्देनजर मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। भाजपा ने इस दौरान पुलिस पर बाधा देने व पिटाई का भी आरोप लगाया है। एक भाजपा नेता ने कहा, पालिका चेयरमैन के घर से सीबीआइ ने 80 लाख रुपये की नकदी और आग्नेयास्त्र बरामद किए हैं, जिसके बाद उनके इस्तीफे की मांग पर हम यहां शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने हमारा विरोध मार्च रोक दिया। हमें बुरी तरह पीटा गया। उन्होंने पुलिस पर तृणमूल के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया। भाजपा नेताओं ने इस दौरान दावा किया कि पालिका चेयरमैन के घर से जब्त रुपये चिटफंड के हैं। भाजपा युवा मोर्चा के एक अन्य नेता ने कहा- राजू सहनी को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए, नहीं तो हमारा आंदोलन चलता रहेगा। बता दें कि सीबीआइ ने चिटफंड मामले में शुक्रवार को राजू सहनी को गिरफ्तार किया था। उनके घर में तलाशी के दौरान करीब 80 लाख रुपये की नकदी और एक देशी पिस्तौल बरामद किया गया। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
पांच दिनों की सीबीआइ रिमांड में भेजा गया
इधर, सीबीआइ ने गिरफ्तार पालिका चेयरमैन राजू सहनी को शनिवार को आसनसोल की विशेष अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें पांच दिनों की सीबीआइ हिरासत में भेज दिया गया। उनपर सन्मार्ग कोआपरेटिव नामक चिटफंड कंपनी को प्रोटेक्शन (सुरक्षा) देने के नाम पर मोटी रकम लेने का आरोप है। वहीं, पेशी के लिए ले जाने के दौरान राजू ने मीडिया के सवाल पर दावा किया कि वह किसी चिटफंड मामले में शामिल नहीं हैं। जांच में यह साबित हो जाएगी।