Bengal: अमर्त्य सेन के ममता सरकार से 'जेड प्लस' सुरक्षा लेने पर संशय, भूमि विवाद को लेकर सीएम ने की थी घोषणा
नोबेल पदक विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन के जेड प्लस सुरक्षा स्वीकार करने को लेकर अभी संशय है। सेन अभी सुरक्षा लेने पर कोई भी फैसला नहीं ले पाए हैं। विश्वभारती के साथ भूमि विवाद को लेकर मुख्यमंत्री ममता ने उन्हें सर्वोच्च सुरक्षा देने की घोषणा की थी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। West Bengal News, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भले खुद नोबेल पदक विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन (Economist Amartya Sen) के शांतिनिकेतन स्थित घर जाकर उन्हें 'जेड प्लस' सुरक्षा देने की घोषणा कर चुकी हों लेकिन सेन इसे स्वीकार करेंगे या नहीं, अभी इसे लेकर संशय है। अमर्त्य सेन अभी सुरक्षा लेने पर कोई भी फैसला नहीं ले पाए हैं, वो पहले इसके बारे में जानना चाहते हैं।
जेड प्लस सुरक्षा को पहले जानेंगे सेन
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सेन सुरक्षा लेने से पहले इसके बारे में पूरी तरह से जान लेना चाहते हैं। उन्होंने राज्य प्रशासन से पूछा है कि जेड प्लस सुरक्षा क्या है और इसके तहत क्या-क्या सुविधाएं मिलती है? सुरक्षा प्रोटोकॉल को जानने के बाद ही सेन कोई फैसला लेंगे।
बंगाल में ममता और उनके भतीजे को ही मिली है ये सुरक्षा
गौरतलब है कि अमर्त्य सेन को इससे पहले राज्य सरकार 'वाई प्लस' श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी। विश्वभारती विश्वविद्यालय प्रबंधन के साथ भूमि विवाद को लेकर ममता सरकार ने उन्हें 'जेड प्लस' सुरक्षा देने की घोषणा की है। बंगाल में सर्वोच्च श्रेणी की यह सुरक्षा सिर्फ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके सांसद भतीजे व तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी को ही मिली हुई है।
घर के पास पुलिस कैंप भी लगाने का निर्देश
मुख्यमंत्री ने सेन के घर के पास पुलिस कैंप भी लगाने का निर्देश दिया है। सूत्रों ने बताया कि सेन ज्यादातर समय विदेश में रहते हैं। वे फरवरी के दूसरे सप्ताह तक ही शांतिनिकेतन में रहेंगे। सेन से मुलाकात के बाद ममता ने कहा था कि वे भाजपा के खिलाफ बोलते हैं इसलिए उन्हें अपमानित किया जा रहा है। सेन ने पूरी दुनिया में बंगाल व देश का नाम रोशन किया है। वहीं सेन ने भी भाजपा की अगुआई वाली केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि सच बोलने के लिए उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।