Cyclone Amphan: देखें VIDEO- प. बंगाल में एम्फन का कहर, पानी में डूबा एयरपोर्ट और तूफान से प्रभावित इलाके
Cyclone Amphan चक्रवात एम्फन के कारण भारी बारिश के कारण कोलकाता एयरपोर्ट एक हिस्सा डूब गया है।पेड़ उखड़ गए और कुछ जगहों पर भारी बारिश की वजह से जल भराव भी हो गया।
कोलकाता, एजेंसी। पश्चिम बंगाल एम्फन की वजह से कोलकाता के कई हिस्सों में पेड़ उखड़ गए और जलभराव हो गया। बंगाल में इससे 12 लोगों की मौत हो गई है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में एम्फन से भारी तबाही हुई है। बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात एम्फन के कारण भारी बारिश के कारण कोलकाता एयरपोर्ट एक हिस्सा डूब गया है। कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए और कुछ जगहों पर भारी बारिश की वजह से जल भराव भी हो गया।
पश्चिम बंगाल और ओडिशा में एम्फन तूफान ने भारी तबाही मचाई है। इस दौरान राज्य में करोड़ों रुपये के नुकसान के साथ साथ कई लोगों की जान भी चली गई। राज्य में अबतक 12 लोगों के मौत की पुष्टि की जा चुकी है। वहीं एक वीडियो कोलकाता एयरपोर्ट की सामने आई है। इस तस्वीर में यह साफ दिखाई दे रहा है कि एम्फन तूफान ने कितनी तबाही मचाई है। यहां कई विमान पार्किंग एरिया में खड़े हैं और वहीं पास में बारिश व तूफान के कारण खूब पानी जमा हुआ है।
गौरतलब है कि चक्रवात एम्फन बुधवार को दोपहर में करीब ढाई बजे पश्चिम बंगाल में दीघा और बांग्लादेश में हटिया द्वीप के बीच तट पर पहुंचा। इस दौरान 190 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। चक्रवात के कारण तटीय क्षेत्रों में भारी तबाही हुई, कच्चे मकानों को भी खासा नुकसान हुआ। बड़ी संख्या में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए। यह साफ दिखाई दे रहा है कि अम्फान तूफान ने कितनी तबाही मचाई है। यहां कई विमान पार्किंग एरिया में खड़े हैं और वहीं पास में बारिश व तूफान के कारण खूब पानी जमा हुआ है।
भारी तबाही के बीच एयरपोर्ट के उड़े परखच्चे
#WATCH West Bengal: A portion of Kolkata Airport flooded in wake of #CycloneAmphan pic.twitter.com/28q5MdqoD2 — ANI (@ANI) May 21, 2020
कोलकाता एयरपोर्ट का काफी बड़ा भाग जलमग्न हो चुका है। साथ ही रनवे पर निगरानी व मेंटेनेंस के लिए बनाए गए कई केबिनों के भी परखच्चे उड़ गए हैं। साथ ही ये भी जलमग्न हो चुके हैं। बता दें कि इस बाबत ममता बनर्जी ने बताया कि इस तूफान ने राज्य में कई सौ करोड़ का नुकसान किया है। साथ ही राज्य के कई हिस्सों में अब भी बिजली गुम है व कई लोगों की जान जा चुकी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बताया कि ऐसा तूफान इससे पहले 283 साल पहले सन 1737 में आया था।
बता दें कि इस तूफान ने पूरे राज्य में भारी तबाही मचाई है। इस दौरान हावड़ा ब्रिज, मोहल्लों, इलाकों, छत्तों, मकानों और सड़कों पर भी इस तबाही का मंजर देखने को मिला है। फिलहाल NDRF की टीमें पूरे शहर में फैले मलबे को भो सड़कों पर से हटाने व जनजीवन को सामान्य बनाने में लगी हुई हैं।
गौरतलब है कि प्रचंड चक्रवाती तूफान ‘एम्फन’ के कारण कोलकाता हवाईअड्डे पर गुरुवार सुबह पांच बजे तक मालवाहक विमान सेवाएं स्थगित की गयी थी। कोलकाता हवाईअड्डे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था , ‘‘चक्रवात के कारण कोलकाता हवाई अड्डे पर उड़ानें 21 मई सुबह पांच बजे तक स्थगित कर दी गई हैं।’’ चक्रवात ‘एम्फन’ के कारण कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर गुरुवार सुबह पांच बजे तक मालवाहक विमानों की आवाजाही पूरी तरह से रोक दी गई थी। चक्रवात के कारण मंगलवार की रात से ही हवा के साथ बारिश शुरू हो गई थी जो बुधवार की शाम तक हरपल तेज होती गई।
मौसम विज्ञान विभाग ने बुधवार दोपहर को बताया था कि चक्रवात ‘एम्फन’ बंगाल के दीघा से करीब 240 किलोमीटर दक्षिण में अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में केंद्रित है। तूफान के केंद्र के निकट हवाओं की गति लगातार 170 से 180 किलोमीटर प्रति घंटा बनी रही और बीच-बीच में 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं।
उधर रेलवे ने भी बंगाल और ओड़िशा जाने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को स्थगित कर दी गई थी। वहीं एसी स्पेशल ट्रेनों को भी बंद कर दी गई थी। हावड़ा, सियासलदह, कोलकाता स्टेशनों के कारेशड में खड़ी ट्रेनों को पटरी से मोटी-मोटी झंजीर के माध्यम से बांध कर रखा गया था।
चक्रवात एम्फन को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि इस तूफान का प्रभाव कोरोना वायरस से भी बदतर था। समाचार एजेंसी के अनुसार ममता मंगलवार रात से राज्य सचिवालय नबन्ना में स्थिति की निगरानी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इस महाविनाशकारी तूफान से दक्षिण बंगाल में भारी तबाही हुई है।
जानकारी के मुताबिक तूफान को देखते हुए बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, केरल , तमिलनाडु में पहले ही अलर्ट जारी कर दिया गया था। इससे निपटने के लिए NDRF की टीमें मुस्तैदी के साथ काम कर रही हैं।