कोरोना काल में संक्रमण की आशंका को देखते डब्ल्यूबीसीइआरसी का डॉक्टरों से अनुरोध, पूजा के समय महानगर न छोड़ें
डब्ल्यूबीसीइआरसी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) असीम कुमार बनर्जी ने कहा-आम तौर पर डॉक्टर सालभर बहुत व्यस्त रहते हैं। पूजा के चार दिन वे बाहर घूमने जाना पसंद करते हैं लेकिन इस साल संकट की इस घड़ी में यदि डॉक्टर चाहें तो महानगर में ही रहें।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : दुर्गापूजा के दौरान राज्य में कोरोना के मामले बढ़ने की आशंका के मद्देनजर वेस्ट बंगाल क्लीनिकल एस्टैबलिशमेंट रेगुलेटरी कमीशन (डब्ल्यूबीसीइआरसी) ने डॉक्टरों से कहा है कि वे उस दौरान महानगर छोड़कर न जाएं। डब्ल्यूबीसीइआरसी ने निजी अस्पतालों से भी अपने डॉक्टरों का संपर्क विवरण रखने को कहा है ताकि आपातकाल की स्थिति में उनसे संपर्क किया जा सके।
निजी अस्पतालों को भी करेंगे अनुरोध
डब्ल्यूबीसीइआरसी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) असीम कुमार बनर्जी ने कहा-'आम तौर पर डॉक्टर सालभर बहुत व्यस्त रहते हैं। पूजा के चार दिन वे बाहर घूमने जाना पसंद करते हैं लेकिन इस साल संकट की इस घड़ी में यदि डॉक्टर चाहें तो महानगर में ही रहें। लोगों को इससे काफी मदद मिलेगी। हम निजी अस्पतालों को भी इस बाबत तैयार रहने का अनुरोध करेंगे।
कोरोना से उबरेे लोगों की सूची तैयार करें
डब्ल्यूबीसीइआरसी ने निजी अस्पतालों से उन लोगों की सूची तैयार करने को भी कहा है, जो कोरोना से उबर चुके हैं ताकि उन लोगों से प्लाज्मा दान करने का अनुरोध किया जा सके और उत्सव के समय वे विभिन्न अस्पतालों में स्वैच्छिक तौर पर अपनी सेवाएं प्रदान कर सकें।