कोलकाता, आईएएनएस। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), जो पश्चिम बंगाल में सरकारी स्कूलों में शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के लिए करोड़ों रुपये की भर्ती घोटाले की जांच कर रही है, ने छापेमारी और तलाशी अभियान के बाद कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके में साल्ट लेक में एक निजी रियल एस्टेट प्रमोटर के घर से 350 से अधिक ऑप्टिकल मार्क रिकग्निशन (ओएमआर) शीट बरामद की। छापेमारी और तलाशी अभियान शनिवार से शुरू हुआ था और रिपोर्ट दर्ज होने तक जारी है।

शांतनु बंदोपाध्याय का करीबी है रियल एस्टेट प्रमोटर

जिस रियल एस्टेट प्रमोटर के आवास से ओएमआर शीट बरामद की गई है, उसका नाम अयान शील है। वह युवा तृणमूल कांग्रेस के निष्कासित नेता शांतनु बंदोपाध्याय का बेहद करीबी विश्वासपात्र है, जो वर्तमान में भर्ती घोटाले में कथित संलिप्तता के कारण ईडी की हिरासत में है।

संभावित उम्मीदवारों की सूची भी बरामद

सवाल यह है कि ओएमआर शीट, जो पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग की सुरक्षित हिरासत में मानी जाती हैं, को एक निजी संपत्ति पर कैसे फेंका जा सकता है। ईडी के एक सहयोगी ने कहा कि बरामद 350 ओएमआर शीट अलग-अलग वर्षों की हैं। ओएमआर शीट के अलावा, चयन के लिए चुने जाने वाले संभावित उम्मीदवारों की सूची भी शील के आवास से बरामद की गई है।

कुछ संपत्ति के दस्तावेज मिले

भर्ती से जुड़े इन दस्तावेजों के अलावा, जांच अधिकारियों को कुछ संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं, जो बंदोपाध्याय और शील के संयुक्त स्वामित्व में हैं। ईडी के अधिकारियों को संदेह है कि बंदोपाध्याय द्वारा एकत्रित घोटाले की आय का एक बड़ा हिस्सा शील के स्वामित्व वाले रियल एस्टेट व्यवसाय में निवेश किया गया था।

ईडी के वकील ने पहले ही कोलकाता में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत को सूचित कर दिया है कि अन्य निष्कासित और गिरफ्तार युवा तृणमूल कांग्रेस के नेता कुंतल घोष द्वारा एकत्र अपराध की आय का एक बड़ा हिस्सा फिल्म वित्तपोषण के व्यवसाय में निवेश किया गया है।

रियल एस्टेट का कनेक्शन आया सामने

ईडी के वकील ने यह भी दावा किया है कि इस मामले में घोष ने टॉलीवुड के कई अभिनेताओं और अभिनेत्रियों को एडवांस भी दिया था। अब शील के शामिल होने से घोटाले में रियल एस्टेट सेक्टर का कनेक्शन भी सामने आया है।

Edited By: Achyut Kumar