Move to Jagran APP

WB Politics : कांग्रेस-वामो गठबंधन को मजबूत करने जनवरी में बंगाल आ सकते हैं राहुल-प्रियंका

कांग्रेस आलाकमान अगले साल होने वाले बंगाल विधानसभा चुनाव को हल्के में नहीं ले रहा। जितिन ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ अलग से भी बातचीत की। अधीर रंजन चौधरी बोले-बंगाल के लोगों का अब तृणमूल से मोहभंग हो चुका। तृणमूल में टूट का कांग्रेस भी फायदा उठाना चाहती है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Fri, 18 Dec 2020 04:45 PM (IST)Updated: Fri, 18 Dec 2020 04:45 PM (IST)
WB Politics : कांग्रेस-वामो गठबंधन को मजबूत करने जनवरी में बंगाल आ सकते हैं राहुल-प्रियंका
WB Politics : अगले साल होने वाले बंगाल विस चुनाव को हल्के में नहीं ले रहा कांग्रेस आलाकमान।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में कांग्रेस-वाममोर्चा गठबंधन को मजबूत करने के लिए जनवरी में राहुल व प्रियंका गांधी सूबे के दौरे पर आ सकते हैं। राज्य में कांग्रेस पर्यवेक्षक जितिन प्रसाद ने यह संकेत दिया है। कांग्रेस आलाकमान अगले साल होने वाले बंगाल विधानसभा चुनाव को हल्के में नहीं ले रहा। जितिन ने कहा कि राहुल-प्रियंका नए साल की शुरुआत में बंगाल आ सकते हैं। जितिन गत बुधवार रात कोलकाता पहुंचे थे। अगले दिन उन्होंने प्रदेश कांग्रेस के सह अध्यक्ष, महासचिव, जिलाध्यक्षों और पार्टी के जिला पर्यवेक्षकों के साथ बैठकें कीं। 

loksabha election banner

कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ अलग से भी बातचीत 

संगठन के बारे में बातचीत करने के अलावा उन्होंने वामदलों के साथ गठबंधन की प्रक्रिया को समझने की भी कोशिश की। उन्होंने कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ अलग से भी बातचीत की। जितिन प्रसाद ने बंगाल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पार्टी के राज्यसभा सदस्य प्रदीप भट्टाचार्य को आश्वस्त किया कि शीर्ष नेतृत्व राज्य में आएगा।बंगाल के लोगों का अब तृणमूल से मोहभंग हो चुका

बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी का कहना है कि पार्टी आलाकमान भी यह समझ रहा है कि तृणमूल कांग्रेस राज्य में राजनीतिक आधार खो रही है। तृणमूल ने अतीत में दूसरे दलों को तोडऩे का जो खेल खेला था, अब वह बूमरैंग की तरह उसकी तरफ आ रही है। बंगाल में तृणमूल का मुख्य लक्ष्य कांग्रेस और वामदलों को कमजोर करना था। बंगाल के लोगों का अब तृणमूल से मोहभंग हो चुका है। 

तृणमूल में टूट का कांग्रेस भी फायदा उठाना चाहती 

भाजपा इस बात को भांप चुकी है इसलिए बंगाल फतह करने के लिए पूरा जोर लगा रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि कांग्रेस भी इसमें पीछे नहीं रहना चाहती इसलिए राहुल-प्रियंका को नए साल की शुरुआत में ही बंगाल लाकर पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाना चाहती है। तृणमूल में टूट का कांग्रेस भी पूरा सियासी फायदा उठाना चाहती है, हालांकि वह इसमें किस हद तक सफल हो पाएगी, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.