ममता राज में अपराधियों को छूट और विपक्षी सांसदों पर दर्ज हो रहे झूठे मामले : राज्यपाल
बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को एक बार फिर ट्विटर के जरिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोलते हुए राज्य की कानून- व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को एक बार फिर ट्विटर के जरिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोलते हुए राज्य की कानून- व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में अपराधियों को तो खुली छूट दी जाती है, लेकिन विपक्षी दल के सांसदों के खिलाफ झूठे मामले बनाकर उन्हें फंसाया जा रहा है। इसके साथ ही राज्यपाल ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन पर एकबार फिर कटाक्ष किया।
राज्यपाल ने डेरेक को टैग करते हुए एक दिन पहले के ट्वीट का जवाब नहीं देने के लिए उनकी खिंचाई की। उन्होंने कहा कि बंगाल में 40 हजार मरीजों के कोरोना सैंपल की जांच रिपोर्ट अभी भी लंबित है। डेरेक ओ ब्रायन अभी तक इस मामले में कोई जवाब नहीं दे रहे हैं। अपने ट्वीट में राज्यपाल ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी टैग करते हुए लिखा कि राज्य में अपराधियों को तो खुली छूट है जबकि विपक्षी सांसदों और वरिष्ठ नेताओं को अपराधिक मामलों में फंसाया जा रहा है। यह बताया जाना चाहिए कि क्यों आपराधिक मामलों में अपराधियों को बचाया जाता है और उन्हें छूट दी जाती है, जबकि कानून सभी के लिए बराबर है। उन्होंने कहा कि ममता सरकार की पुलिस और प्रशासन द्वारा ऐसा भेदभाव पूर्ण रवैये ने उन्हें चिंता में डाल दिया है। झूठे आपराधिक मामलों को बनाये जाने और राज्य में मानवाधिकारों के उल्लंघन की व्यापकता दिल दहला देने वाली है।
कोलकाता में अमेरिकी केंद्र के सामने किया प्रदर्शन
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः कोलकाता में वाम समर्थित एसएफआइ और डीवाईएफआइ के सदस्यों ने मिनेसोटा में अफ्रीकी-अमेरिकी व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में हुई हत्या के विरोध में शहर के अमेरिकन सेंटर के सामने विरोध-प्रदर्शन किया। एसएफआइ के सचिव श्रीजन भट्टाचार्य ने कहा,‘हम अमेरिका में नस्ली हमलों का विरोध कर रहे हैं।’ माकपा के छात्र और युवा संगठनों के लगभग 60 सदस्यों ने शहर के बीचों-बीच चौरंगी इलाके में अमेरिकन सेंटर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने ट्रंप के विरोध में नारे लगाए और अमेरिका में नस्ली भेदभाव के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने अश्वेतों और अन्य नस्ली अल्पसंख्यकों से कथित दुर्व्यवहार के खिलाफ पूरे अमेरिका में हो रहे प्रदर्शनों के साथ एकजुटता व्यक्त करने वाले संदेश भी दिए। पुलिस ने कहा कि प्रदर्शन 30 मिनट तक चला और यातायात बाधित नहीं हुआ।