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110 नगर निकायों के लिए अप्रैल में मतदान की संभावना

- 17 जनवरी को 93 नगर निकायों के लिए सीट आरक्षित करने को मसौदा सूची प्रकाशित करेगा आयोग सू˜

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Jan 2020 08:40 AM (IST)Updated: Thu, 16 Jan 2020 08:40 AM (IST)
110 नगर निकायों के लिए 
अप्रैल में मतदान की संभावना
110 नगर निकायों के लिए अप्रैल में मतदान की संभावना

- 17 जनवरी को 93 नगर निकायों के लिए सीट आरक्षित करने को मसौदा सूची प्रकाशित करेगा आयोग : सूत्र

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- मियाद पूरी होने से पहले ही विधाननगर और आसनसोल नगर निगम के लिए होंगे मतदान, अक्टूबर में समाप्त हो रही है इन दोनों निगमों की मियाद

जागरण संवाददाता, कोलकाता : विधाननगर और आसनसोल नगर निगम के चुनाव मियाद पूरी होने से पहले ही हो सकते हैं। कोलकाता सहित राज्य भर के कुल 110 नगर निकायों के लिए अप्रैल में मतदान होने की बात कही जा रही है। बावजूद इसके सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के नेता अभी से ही चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। सूत्रों की मानें तो इस साल अप्रैल में कोलकाता सहित छह नगर निगमों और करीब 104 नगरपालिकाओं के लिए मतदान होंगे। वहीं राज्य सचिवालय नवान्न की ओर से भी अप्रैल माह में 110 नगर निकायों के लिए चुनाव कराए जाने की बात कही गई है। साथ ही निर्वाचन आयोग भी इन चुनावों की तैयारियों में जुट गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार आगामी 17 जनवरी को आयोग 93 नगर निकायों के सीटों को आरक्षित करने को मसौदा सूची प्रकाशित करने जा रहा है। इसके प्रकाशित होते ही किसी प्रकार की आपत्ति जाहिर करने को नियमानुसार 14 दिन की अवधि होगी। वहीं आरक्षित सीटों की अंतिम सूची 10 फरवरी को प्रकाशित की जाएगी। इससे पहले, सात फरवरी को निर्वाचन आयोग अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित करेगा। नियमानुसार मसौदा आरक्षण सूची के प्रकाशन के दस सप्ताह बाद मतदान में किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी। विधाननगर और आसनसोल नगर निगम की समयावधि इस साल अक्टूबर माह में समाप्त हो रही है, लेकिन अप्रैल में अन्य नगर निगमों व पालिकाओं के साथ ही इन दोनों निगमों के लिए भी मतदान होने की संभावना है। इसके अलावा कोलकाता निगम, हावड़ा नगर निगम, चंदननगर नगर निगम, सिलीगुड़ी नगर निगम के लिए भी मतदान होंगे। सूत्रों की मानें तो पहाड़ पर भाजपा के बढ़ते प्रभुत्व को कम करने को राज्य सरकार ने दार्जिलिंग नपा चुनाव को भी अप्रैल में ही कराने का निर्णय लिया है। इधर, हावड़ा नगर निगम सहित 17 नपा की मियाद सालभर पहले ही समाप्त हो चुकी है। शेष 92 नगरपालिकाओं की समयावधि अप्रैल या मई में समाप्त हो रही हैं। वहीं जुलाई, 2019 में विधाननगर के मेयर पद से इस्तीफा दे सब्यसाची दत्ता भाजपा में शामिल हो गए तो तृणमूल शीर्ष नेतृत्व ने उनकी जगह कृष्णा चक्रवर्ती को मेयर बनाया है। बावजूद इसके सब्यसाची निगम में प्रभावी माने जा रहे हैं और उनके साथ तृणमूल के कई अन्य पार्षदों के शामिल होने की भी बात सामने आ रही है। इन्हीं सभी सियासी उलझनों को सुलझाने को राज्य सरकार ने सभी नगर निगमों व पालिकाओं के चुनाव एक साथ कराने का निर्णय लिया है, ताकि विधानसभा चुनाव की तस्वीर आगे साफ हो सके।


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