हावड़ा में फिर भड़की हिंसा, नमाज के बाद घरों पर पथराव; गृह मंत्री शाह ने ली घटना की जानकारी, अब तक 36 गिरफ्तार
West Bengal News बंगाल के हावड़ा के शिवपुर में रामनवमी जुलूस (शोभायात्रा) पर गुरुवार शाम को मुस्लिम बहुल बस्ती में छतों से हुए पथराव के बाद हुई हिंसा शुक्रवार दोपहर में लगातार दूसरे दिन फिर भड़क उठी। File Photo
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल के हावड़ा के शिवपुर में रामनवमी जुलूस (शोभायात्रा) पर गुरुवार शाम को मुस्लिम बहुल बस्ती में छतों से हुए पथराव के बाद हुई हिंसा शुक्रवार दोपहर में लगातार दूसरे दिन फिर भड़क उठी। आरोप है कि सुबह से शांति के बाद दोपहर में नमाज के बाद अचानक एक विशेष समुदाय के सैकड़ों लोगों की भीड़ ने उसी जगह पर सड़क पर उतर कर आसपास के रिहायशी इलाकों में घुसकर घरों व दुकानों पर जमकर पथराव किया।
जानकारी के अनुसार, पत्थरबाजी में कई घरों के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए। हालात पर काबू पाने के लिए रैफ (रैपिड एक्सशन फोर्स) को उतारना पड़ा। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। लगातार दूसरे दिन हिंसा के बाद इलाके में और भारी तादाद पुलिस बल को तैनात किया गया है। साथ ही हिंसाग्रस्त इलाके में शुक्रवार दोपहर से निषेधाज्ञा भी लगाई गई है। हिंसा के मद्देनजर इलाके में स्थिति बेहद तनावपूर्ण है। हावड़ा सिटी पुलिस के आयुक्त प्रवीण त्रिपाठी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी लगातार कैंप कर रहे हैं।
अब तक 36 लोग गिरफ्तार
वहीं, गुरुवार को हुई हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक 36 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस बीच, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजमुदार को फोन कर हालात की जानकारी ली है। केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आरोप लगाया है कि बंगाल पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है।
वहीं, दूसरी ओर इस घटना की एनआईए व सीबीआई से जांच की मांग को लेकर नेता प्रतिपक्ष व भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने कलकत्ता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उनकी याचिका स्वीकार कर ली गई है। सोमवार को इस पर सुनवाई है। उन्होंने हिंसा रोकने में पुलिस की निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए इलाके में शांति बहाली के लिए तुरंत केंद्रीय बलों की तैनाती की भी मांग की है। सुवेंदु ने पुलिस को हिंसा में शामिल लोगों का सीडी भी सौंपा है और कार्रवाई की मांग की है। सुवेंदु ने मुख्यमंत्री से राजधर्म का पालन करने की भी अपील की।
हिंसा को लेकर भाजपा- तृणमूल आमने-सामने
हिंसा की घटना को लेकर राज्य में सियासत भी तेज है और भाजपा- तृणमूल आमने-सामने है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को हिंसा के लिए सीधे तौर पर भाजपा को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि इलाके में हिंसा फैलाने की पहले से योजना थी। हम हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठे हैं, जो भी हिंसा में शामिल हैं, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
दूसरी तरफ, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार व नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने हिंसा के लिए ममता सरकार व तृणमूल को जिम्मेदार ठहराते हुए इसे सुनियोजित साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव से पहले रामनवमी जुलूस पर हमला बड़ी योजना का हिस्सा है।
सुवेंदु ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हिंदू विरोधी है। वह ध्रुवीकरण और तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है। जानबूझकर हिंदुओं को निशाना बनाया गया है। इस घटना में तृणमूल के गुंडे व देशविरोधी ताकतें शामिल है। जुलूस में शामिल लोगों पर पेट्रोल बम तक से हमला किया गया।
उन्होंने दावा किया कि पिछले साल बोगटुई में हुई हिंसा और हाल में मुर्शिदाबाद जिले के सागरदीघि विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में हार के बाद खिसकते मुस्लिम वोट को संभालने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया है। हिंदुओं को ममता से सतर्क रहना चाहिए।
वहीं, तृणमूल ने वीडियो जारी कर दावा किया है कि भाजपा के कुछ कार्यकर्ता रामनवमी जुलूस में रिवाल्वर लेकर शामिल हुए थे।
क्या है पूरा मामला?
उल्लेखनीय है कि हावड़ा के शिवपुर थाना अंतर्गत काजीपाड़ा इलाके में विश्व हिंदू परिषद, बंजरग दल और अंजनी पुत्र सेना की ओर से गुरुवार शाम में जब रामनवमी का जुलूस निकाला जा रहा था, तो मुस्लिम बहुल बस्ती से गुजरते वक्त छतों से उसपर पथराव किया गया, जिसके बाद दो समुदायों के बीच हिंसा भड़क उठी। पथराव में 15 से ज्यादा लोग घायल हो गए। इस दौरान उपद्रवियों ने कई वाहनों में आग लगा दी और दुकानों में तोड़फोड़ की गई। पुलिस के वाहनों को भी फूंक दिया गया।