बंगाल में कोयला तस्करी मामले में सीबीआइ व ईडी को झटका, विकास मिश्रा को मिली जमानत
मामले के मुख्य सूत्रधार व पूर्व टीएमसी नेता विनय मिश्रा का छोटा भाई है विकास। अधिवक्ता ने कहा कि लंबे समय से पूछताछ की जरूरत नहीं पड़ी और वह जांच में सहयोग करेंगे। विनय के रुपये का हिसाब किताब विकास मिश्रा ही रखता था। केंद्रीय एजेंसियों को झटका लगा है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में कोयला तस्करी मामले की जांच कर रही सीबीआइ और ईडी को शुक्रवार झटका लगा है। इस मामले में गिरफ्तार किए गए विकास मिश्रा को जमानत मिल गई है। विकास इस मामले के मुख्य सूत्रधार व पूर्व टीएमसी नेता विनय मिश्रा का छोटा भाई है। दावा किया जा रहा है कोयला तस्करी मामले में अब केंद्रीय एजेंसियों के पास बहुत कुछ पूछताछ करने या जांचने के लिए नहीं बचा है।
पूछताछ की जरूरत नहीं पड़ी है और वह जांच में सहयोग करेंगे
पश्चिम बर्द्धमान जिले के आसनसोल कोर्ट में सीबीआइ की विशेष अदालत में विकास मिश्रा की जमानत की याचिका दायर करते हुए अधिवक्ता ने कहा कि लंबे समय से उनके मुवक्किल से किसी तरह की कोई पूछताछ की जरूरत नहीं पड़ी है और वह जांच में सहयोग करेंगे। इसलिए जमानत मिलनी चाहिए।
विनय के रुपये का हिसाब किताब विकास मिश्रा ही रखता था
इसके बाद न्यायाधीश ने विकास मिश्रा को जमानत दे दी। बता दें कि ईडी ने विकास मिश्रा को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि कोयला तस्करी के मास्टरमाइंड अनूप माजी उर्फ लाला और सत्तारूढ़ पार्टी के शीर्ष नेताओं के बीच में रुपये के लेनदेन का सूत्रधार रहे विनय मिश्रा के रुपये का हिसाब किताब विकास मिश्रा ही रखता था।
जमानत मिल जाने के बाद केंद्रीय एजेंसियों को झटका लगा
मामले की जांच शुरू होने से पहले ही विनय देश छोड़कर फरार हो गया और अपने मां-बाप के साथ प्रशांत महासागर के वानअतु द्वीप पर रह रहा है। उसका भाई फिलहाल हिरासत में था। उससे लगातार पूछताछ चल रही थी लेकिन अब आसनसोल की विशेष कोर्ट से जमानत मिल जाने के बाद केंद्रीय एजेंसियों को झटका लगा है।