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सही मायने में 'अजातशत्रु' थे अटल जी : वेंकैया नायडू

- पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि पर उपराष्ट्रपति ने किया याद -

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Aug 2019 07:27 PM (IST)Updated: Sat, 17 Aug 2019 06:36 AM (IST)
सही मायने में 'अजातशत्रु' थे अटल जी : वेंकैया नायडू
सही मायने में 'अजातशत्रु' थे अटल जी : वेंकैया नायडू

- पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि पर उपराष्ट्रपति ने किया याद

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- कोलकाता के रवींद्रनाथ टैगोर सेंटर में किया पूर्व पीएम की तस्वीर का अनावरण

जागरण संवाददाता, कोलकाता : उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए शुक्रवार को कहा कि उनमें सभी क्षेत्रों के लोगों और विभिन्न विचारधाराओं के राजनीतिक दलों के नेताओं से जुड़ने की क्षमता थी। उन्होंने कहा कि वाजपेयी ने सभी को नि:स्वार्थ भाव से देश की सेवा करना और मानवता एवं सहिष्णुता के सिद्धातों पर प्रतिबद्ध रहना सिखाया। उनका वास्तव में कोई शत्रु नहीं था और वह सही मायने में अजातशत्रु थे। शुक्रवार को अटल जी की पहली पुण्यतिथि के अवसर पर उपराष्ट्रपति ने कोलकाता के रवींद्रनाथ टैगोर सेंटर, आइसीसीआर में उनकी एक भव्य तस्वीर का अनावरण किया।

कार्यक्रम के बाद उपराष्ट्रपति सचिवालय की ओर से जारी ट्वीट में कहा गया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी में समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों के साथ भिन्न-भिन्न विचारधाराओं वाली पार्टी के लोगों के साथ संवाद स्थापित कर लेने की अद्भुत क्षमता थी। वाजपेयी जी ने सभी को मानवता व सहिष्णुता के साथ नि:स्वार्थ देश सेवा की सीख दी। आज तक उनका कोई शत्रु नहीं हुआ, वह सही मायने में अजातशत्रु थे। उन्होंने कहा कि वाजपेयी जी हमेशा एक ऐसा भारत देखना चाहते थे जो आगे देखता है और आगे बढ़ता है। आत्मविश्वास से लबरेज एक समृद्ध देश जो अंतरराष्ट्रीय बिरादरी में एक ओहदा रखता हो।

उपराष्ट्रपति के एक अन्य ट्वीट में कहा गया कि वाजपेयी जी को इस बात पर पक्का विश्वास था कि भारत के पास संयुक्त राष्ट्र का स्थायी सदस्य होने का नैतिक अधिकार है। वाजपेयी जी को एक महान नेता और भविष्यदृष्टा करार देते हुए उन्होंने कहा कि वाजपेयी जी न सिर्फ देश के महान नेताओं में से एक थे, बल्कि उन्हे देश के लोग भी प्यार करते थे।

देश में लोकतंत्र को मजबूत करने में अटल जी के योगदान को याद करते हुए उन्होंने कहा कि वाजपेयी जी ने यह दिखाया कि कैसे एक अच्छी सरकार के माध्यम से लोकतंत्र को सशक्त किया जा सकता है। उन्होंने बेहतर संचार के माध्यम से देश को एकसूत्र में पिरोने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग जैसी अविस्मरणीय कीर्ति के साथ ग्रामीण इलाकों में सड़कों का जाल फैलाने तक और वायुसेवा को सुदृढ़ करने के साथ टेलिकॉम सेक्टर को सशक्त करने तक, वाजपेयी जी के लिए मजबूत संचार व्यवस्था आर्थिक और राष्ट्रीय विकास का मूल था। इस कार्यक्रम के दौरान उपराष्ट्रपति के साथ राज्यपाल जगदीप धनखड़, केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, राज्य के मंत्री ब्रात्य बसु समेत कई और लोग मौजूद थे।


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