West Bengal : परियोजना 17ए के तहत नौसेना के पहले पोत का आज कोलकाता में होगा जलावतरण
नौसेना की ताकत को और मजबूती देने के मद्देनजर रक्षा के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम गार्डनरीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसइ) द्वारा प्रोजेक्ट 17ए के तहत निर्मित रडार की पहुंच से बच सकने वाले पहले युद्धपोत का जलावतरण सोमवार को होगा
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। नौसेना की ताकत को और मजबूती देने के मद्देनजर रक्षा के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम गार्डनरीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसइ) द्वारा प्रोजेक्ट 17ए के तहत निर्मित रडार की पहुंच से बच सकने वाले पहले युद्धपोत का जलावतरण सोमवार को होगा। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि प्रमुख रक्षा अध्यक्ष यानी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे और उनकी पत्नी मधुलिका रावत हुगली नदी के किनारे स्थित गार्डनरीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स पर इसका जलावतरण करेंगी।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि परियोजना 17ए के तहत जीआरएसइ विभिन्न खूबियों से लैस ऐसे तीन नौसेना पोत का निर्माण कर रही है। पहले पोत के जलावतरण के बाद यह विभिन्न परीक्षणों से गुजरेगा और इसमें अत्याधुनिक उपकरण लगाए जाएंगे जिसके बाद इसे नौसेना को सौंपा जाएगा। उन्होंने बताया कि कंपनी को परियोजना 17ए के तहत तीन युद्धपोत निर्माण का ठेका मिला है, जिनकी कीमत 19,294 करोड़ रुपये है। पहला युद्धपोत वर्ष 2023 में जबकि दूसरा और तीसरा क्रमश: 2024 और 2025 में नौसेना को मिलने की उम्मीद है।