बोधगया में विस्फोटक लगाने वाले दो आतंकी बंगाल से गिरफ्तार
बोधगया कांड के बाद मुर्शिदाबाद जिले में आतंकी गतिविधियों की सूचना एसटीएफ को मिलने लगी थी।
कोलकाता,[जागरण संवाददाता]। पिछले सप्ताह बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा के बोधगया दौरे के समय वहां प्लांट किए गए आइईडी विस्फोटक मामले में संदिग्ध तौर पर संलिप्त जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के दो आतंकवादियों को कोलकाता पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गिरफ्तार किया है।
इनके नाम शेख पैगंबर (24) और शेख जमिरूल (31) है। पैगंबर की गिरफ्तारी मुर्शिदाबाद से हुई है जबकि जमिरूल को सिलीगुड़ी के फांसीदेवा से दबोचा गया है। इनके पास से 50 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया गया है। इसका इस्तेमाल सबसे खतरनाक विस्फोटक के तौर पर किया जाता है। इस बारे में एसटीएफ की ओर से बताया गया है कि पैगंबर मुर्शिदाबाद जिले के कांकडि़या का रहने वाला है जबकि जमिरुल भी इसी जिले के शमशेरगंज थाना अंतर्गत रतनपुर का निवासी है। इनके पास से अमोनियम नाइट्रेट के अलावा लैप्टॉप, मोबाइल और कट्टरवाद से जुड़ी कुछ किताबें आदि बरामद किए गए हैं। इन्हें गुरुवार को बैकशाल कोर्ट में पेश कर 14 दिनों के रिमांड पर लिया गया है। यह जानकारी स्पेशल टास्क फोर्स के पुलिस उपायुक्त मुरलीधर शर्मा ने दी। दरअसल बोधगया में गत 19 जनवरी को आइईडी मिलने के बाद जांच में जुटी एनआइए व बिहार पुलिस से सूचना मिलने के बाद आतंकियों के बंगाल के सीमा में छिपे होने के मद्देनजर स्पेशल टास्क फोर्स भी समानांतर जांच कर रही थी। इन्हें पहले से ही जेएमबी सदस्यों की सीमावर्ती इलाके में सक्रिय होने की जानकारी मिली थी। बोधगया कांड के बाद मुर्शिदाबाद जिले में आतंकी गतिविधियों की सूचना एसटीएफ को मिलने लगी थी। इस बीच गुप्त सूचना मिलने के बाद बुधवार को एसटीएफ ने छापेमारी कर इन्हें धर दबोचा है। प्राथमिक पूछताछ में दोनों ने यह स्वीकार कर लिया है कि बोधगया में आइईडी लगाने वाले आतंकियों की टीम में ये दोनों भी शामिल थे। दलाई लामा की मौजूदगी में मंदिर परिसर में उक्त विस्फोटक के मिलने के बाद हड़कंप मच गया था। सीआइएसएफ के घेरे में रहने वाले इस विश्वविख्यात मंदिर में कड़ी सुरक्षा के बीच भी आइईडी के मिलने से सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए थे। मामले की जांच तुरंत एनआइए के हवाले कर दी गई थी। वर्तमान में एनआइए ही इसकी जांच कर रही है। अब इन दोनों आतंकियों के पकड़े जाने के बाद इसमें और अधिक जानकारी मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। बताया जा रहा है कि दोनों की निशानदेही पर बाकी के आतंकियों को भी जल्द दबोचने में मदद मिलेगी।
मुर्शिदाबाद से ही बोधगया भेजा था विस्फोटक