आतंकी हमले के शहीदों में बंगाल के दो लाल
कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों में से दो बंगाल के थे।
जागरण संवाददाता, हावड़ा/नदिया : कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों में से दो बंगाल के थे। इनमें एक ग्रामीण हावड़ा के बाउड़िया स्थित चककाशी गांव के बबलू सांतरा और दूसरे नदिया जिले के पलाशीपाड़ा थानांतर्गत हासपुकुड़िया के सुदीप विश्वास थे। गुरुवार रात दोनों के परिवारों को इस घटना की जानकारी सबसे पहले सोशल मीडिया के जरिए मिली। अपनों के शहीद होने की आधिकारिक जानकारी दोनों परिवारों को शुक्रवार को मिली। इसके बाद दोनों परिवारों के साथ ही इलाकों में भी मातम पसर गया। शहीद जवानों के परिवारों ने इस कायराना हमले का मुंहतोड़ जवाब देने की मांग की है।
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कुछ माह में सेवानिवृत्त होने वाले थे बबलू
सीआरपीएफ के हेड कांस्टेबल बबलू सांतरा बचपन से ही काफी मेहनती थे। कॉलेज के प्रथम वर्ष में पढ़ाई के दौरान वे सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को फोन पर बबलू के शहीद होने की जानकारी मिली। बबलू के घर में बूढ़ी मां, पत्नी मीता सांतरा, चार साल की एक बेटी पियाली सांतरा है। दो भाई और दो बहनों में एक बबलू प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना कर यहां तक पहुंचे थे। अगले कुछ माह में वह सेवानिवृत्त होने वाले थे। सेवानिवृत्ति के बाद घर पर कोई कारोबार करना चाहते थे, हालांकि उनकी इस चाहत को नफरत की आग ने अपनी आगोश में ले लिया। बेटे के शहीद होने की जानकारी के बाद मां-पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरा इलाका शोकाकुल है।
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अधूरा रह गया मकान बनाने का ख्वाब
चार साल पहले नौकरी ज्वाइन करने वाले सुदीप विश्वास के परिवार में पिता संन्यासी विश्वास, मा ममता विश्वास और एक छोटी बहन है, जिसकी शादी हो चुकी है। शादी से पूर्व सुदीप अपना मकान बनवाना चाहते थे। मकान बनवाने के लिए कुछ दिनों पूर्व वह 20 दिनों की छुट्टी लेकर घर भी आए थे। होली के अवसर पर वह फिर से छुट्टी पर आने वाले थे। उनकी शादी के लिए परिवार के लोग लड़की देख रहे थे।
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गुरुवार को ही सुदीप ने फोन पर की थी परिजनों से बात
गुरुवार को अपराह्न लगभग तीन बजे सुदीप ने अपने माता-पिता से बात की थी। उन्होंने किसी तरह की चिंता नहीं करने को कहा था। उनके पिता बीमार हैं। उनका डाक्टर से इलाज करवाने को भी सुदीप ने कहा था। इसी दिन शाम से समाचार चैनलों व सोशल मीडिया के जरिए परिवार को उक्त घटना की जानकारी मिली। शुक्रवार को जम्मू के सीआरपीएफ आफिस से उनके परिजनों को फोन आया। फोन पर सुदीप को शिनाख्त करने के लिए तमाम प्रकार की जानकारियां मांगी जा रही थी। अंतत: आतंकी हमले में सुदीप के शहीद होने की आधिकारिक जानकारी परिवार को मिली। बेटे की मौत के सदमे में मां का बुरा हाल है। वह बार-बार अचेत हो जा रही हैं। परिवार के बाकी लोगों को भी यही हाल है। सुदीप के शहीद होने की खबर से परिवार के साथ ही पूरे इलाके में मातम पसरा है।