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VIDEO पश्चिम बंगाल : भाजपा के आहूत हड़ताल से तूफानगंज महकमा में राजनीतिक झड़प, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

भाजपा के बूथ सचिव कर्मकार कि तृणमूल कांग्रेस ने विगत बुधवार को पीट-पीटकर हत्या कर दी। इसे लेकर गुरुवार को 12 घंटा का भाजपा ने तूफानगंज महकमा में बंद बुलाया था। बंद को सफल करने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतर कर गाड़ियों को आवागमन रोक दिया।

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 19 Nov 2020 12:39 PM (IST)Updated: Thu, 19 Nov 2020 03:01 PM (IST)
VIDEO पश्चिम बंगाल : भाजपा के आहूत हड़ताल से तूफानगंज महकमा में राजनीतिक झड़प, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
कूचबिहार में पार्टी कार्यकर्ता की हत्या के बाद राज्य भाजपा द्वारा 12 घंटे बंद का आह्वान

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। भाजपा के बूथ सचिव काला चंद्र कर्मकार कि तृणमूल कांग्रेस ने विगत बुधवार को पीट-पीटकर हत्या कर दी। इसे लेकर गुरुवार को 12 घंटा का भाजपा ने तूफानगंज महकमा में बंद बुलाया था। बंद को सफल करने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतर कर गाड़ियों को आवागमन रोक दिया। दुकान हाट को बाजार को जबरन बंद करवाया, इसके विरोध में तृणमूल ने भी रैली निकाल निकाली। नतून बाजार इलाके में काफी उत्तेजना का माहौल देखा गया। भाजपा और तृणमूल समर्थक आपस में भिड़ गए। जगह-जगह पुलिस बल तैनात किए गया। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस ने भाजपा समर्थकों पर लाठीचार्ज भी किया जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए। भाजपा के पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ भी की गई।

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बंगाल में राजनीतिक हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। कोलकाता से सटे उत्तर 24 परगना जिले के टीटागढ़ के बामनगाछी इलाके में बुधवार देर रात भाजपा कार्यालय को जला दिया गया। कार्यालय जलाने का आरोप सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर लगा है। इस घटना के खिलाफ गुरुवार सुबह कल्याणी एक्सप्रेसवे पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने सड़क अवरुद्ध कर दिया। बाद में पुलिस ने समझा-बुझाकर अवरोध हटाया। 

दूसरी ओर उत्तर 24 परगना के जगदल में बुधवार देर रात एक स्थानीय तृणमूल नेता की हत्या कर दी गई। जिला तृणमूल के अध्यक्ष व राज्य के खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने हत्या के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है और कहा कि इसके पीछे बैरकपुर से भाजपा सांसद अर्जुन सिंह का हाथ है। उनका कहना है कि तृणमूल का उस इलाके में वर्चस्व हो गया था इसीलिए भाजपा इससे जल रही थी और उनके नेता की हत्या कर दी गई।

इधर, भाजपा सांसद अर्जुन सिंह का कहना है कि मृतक एक नंबर का चोर था। उसका अपराधिक रिकॉर्ड है। वह चोरी करने गया था उसी दौरान स्थानीय लोगों ने पीट-पीटकर उसे मार डाला। वहीं, तृणमूल ने भाजपा सांसद के इन आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि वह उसकी पार्टी का सक्रिय कार्यकर्ता था। बताते चलें कि राज्य में अगले साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले लगातार राजनीतिक हिंसा की खबरें सामने आ रही है। 


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