Tripura violence: बंगाल में लोकतंत्र की हत्या करने वाली टीएमसी त्रिपुरा में अशांति फैलाना चाहती है : लाकेट चटर्जी
त्रिपुरा में पार्टी कार्यकर्ताओं पर कथित हमले व गिरफ्तारी के खिलाफ दिल्ली में सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय के बाहर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसदों के धरने की आलोचना करते हुए बंगाल से भाजपा की लोकसभा सांसद लाकेट चटर्जी ने टीएमसी नेतृत्व पर करारा हमला बोला है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : त्रिपुरा में पार्टी कार्यकर्ताओं पर कथित हमले व गिरफ्तारी के खिलाफ दिल्ली में सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय के बाहर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसदों के धरने की आलोचना करते हुए बंगाल से भाजपा की लोकसभा सांसद लाकेट चटर्जी ने टीएमसी नेतृत्व पर करारा हमला बोला है। चटर्जी ने कहा कि बंगाल में लोकतंत्र की हत्या करने वाली टीएमसी त्रिपुरा में लोकतंत्र की बात कर रही है।
एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए बंगाल भाजपा की वरिष्ठ नेता व सांसद चटर्जी ने ममता सरकार पर बंगाल में लोकतंत्र की हत्या करने और चुनाव के बाद जमकर हिंसा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि टीएमसी राज्य में जमकर चुनाव के बाद हिंसा कर रही है, जिसमें भाजपा के 60 से ज्यादा कार्यकर्ता मारे गए। उन्होंने कहा कि टीएमसी अब इन गुंडों को त्रिपुरा ले जाकर राज्य में अशांति फैलाना चाहती है। टीएमसी नेताओं की आलोचना करते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि त्रिपुरा एक शांत प्रदेश है जहां टीएमसी का कोई जनाधार नहीं है, इसलिए वो वहां जाकर अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
टीएमसी की युवा इकाई की अध्यक्ष सायनी घोष की गिरफ्तारी पर जवाब देते हुए चटर्जी ने कहा कि इनके नेता त्रिपुरा में जाकर अशांति फैला रहे हैं, मुख्यमंत्री के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं, उकसाने का षड्यंत्र रच रहे हैं तो कानून के मुताबिक कार्यवाही तो होगी ही। उन्होंने तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी पर भी आरोप लगाया कि वो बंगाल से गुंडों को त्रिपुरा ले जाकर अशांति फैलाना चाहते हैं।
टीएमसी के खेला होबे के जवाब में दिया विकास होबे का नारा
भाजपा सांसद ने इसके साथ ही टीएमसी के खेला होबे का मतलब बताते हुए इसके जवाब में विकास होबे का नारा भी दिया। चटर्जी ने कहा कि बंगाल में अगर खेला होबे का मतलब 60 कार्यकर्ताओं की हत्या, एक लाख कामगारों का माइग्रेशन, गैंगरेप और महिलाओं के खिलाफ हिंसा है तो ऐसा खेला अब त्रिपुरा में नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हम त्रिपुरा में विकास होबे चाहते हैं।
दरअसल, शनिवार रात में त्रिपुरा पुलिस ने टीएमसी की युवा इकाई की नेता सायनी घोष को हत्या की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार किया था, जब उन्होंने खेला होबे के नारे लगा कर राज्य के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब की एक बैठक में हंगामा कर दिया था। इस कदम के बाद टीएमसी भड़क गई और पार्टी के सांसदों ने सोमवार को गृह मंत्रालय के सामने प्रदर्शन किया। पार्टी सांसदों ने बाद में गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात कर त्रिपुरा में टीएमसी कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा का मुद्दा उठाया।