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गिरफ्तारी से बचने को पूजा घर में छिप गए थे तृणमूल के बाहुबली नेता अनुब्रत मंडल, 10 दिनों की सीबीआइ हिरासत में भेजे गए

तृणमूल ने अनुब्रत मंडल से किनारा किया। हालांकि ममता की पार्टी ने केंद्रीय जांच एजेंसियों की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाया। उनकी गिरफ्तारी पर सुवेंदु ने कहा कि कभी बाजार में मछलियां बेचते थे। 11 बार समन भेजे जाने पर सिर्फ एक बार सीबीआइ के सामने हाजिर हुए थे।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Thu, 11 Aug 2022 07:30 PM (IST)Updated: Thu, 11 Aug 2022 07:30 PM (IST)
गिरफ्तारी से बचने को पूजा घर में छिप गए थे तृणमूल के बाहुबली नेता अनुब्रत मंडल, 10 दिनों की सीबीआइ हिरासत में भेजे गए
अदालत में पेश करने पर 10 दिनों की सीबीआइ हिरासत

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। मवेशी तस्करी कांड में तृणमूल कांग्रेस के बाहुबली नेता अनुब्रत मंडल को सीबीआइ ने गुरुवार को बोलपुर स्थित उनके घर जाकर नाटकीय ढंग से गिरफ्तार किया। आसनसोल में सीबीआइ की विशेष अदालत में पेश करने पर उन्हें 20 अगस्त तक के लिए सीबीआइ हिरासत में भेज दिया गया है। शिक्षक नियुक्ति घोटाले में पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद बंगाल में सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस को यह एक और जबर्दस्त झटका है। ममता बनर्जी की पार्टी ने पार्थ की तरह अनुब्रत से भी किनारा करते हुए कहा है कि भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को प्रश्रय नहीं दिया जाएगा। इसे लेकर 'जीरो टालरेंस' की नीति अपनाई जा रही है, हालांकि तृणमूल ने इसके साथ ही केंद्रीय जांच एजेंसियों की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाया है।

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राजनीतिक वार-पलटवार

वहीं अनुब्रत की गिरफ्तारी पर बंगाल में सियासत गरम है। भाजपा विधायक व नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी नने कहा है कि अनुब्रत एक समय बाजार में मछलियां बेचा करता था और आज 1,000 करोड़ रुपये का मालिक है। उसके जैसे लोग ममता बनर्जी की देन हैं।

वहीं मंत्री व तृणमूल नेत्री चंद्रिता भट्टाचार्य ने कहा है कि भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को प्रश्रय नहीं दिया जाएगा। इसे लेकर तृणमूल में 'जीरो टालरेंस' नीति अपनाई जा रही है, लेकिन केंद्रीय जांच एजेंसियां भी अपना निष्पक्ष चेहरा खो रही है।

गिरफ्तारी की खुशी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने बांटा गुड़-बताशा

अनुब्रत की गिरफ्तारी पर खुशी मनाते हुए भाजपा व कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कोलकाता समेत विभिन्न जगहों पर गुड़-बताशे बांटे। वहीं गिरफ्तारी के विरोध में तृणमूल की तरफ से शुक्रवार व शनिवार को राज्यभर में जुलूस निकाला जाएगा।

सीबीआइ के आने की खबर पाकर पूजाघर में जाकर छिप गए थे 'केष्टो'

करीबियों के बीच 'केष्टो' के नाम से परिचित अनुब्रत की गिरफ्तारी बेहद नाटकीय तरीके से हुई। बार-बार समन भेजे जाने के बावजूद अस्वस्थता का हवाला देकर पूछताछ से बचते आ रहे तृणमूल के बीरभूम जिलाध्यक्ष व राष्ट्रीय कार्य समिति के सदस्य अनुब्रत के बोलपुर स्थित घर में सीबीआइ की एक टीम केंद्रीय बल को साथ लेकर गुरुवार सुबह खुद ही पहुंच गई।

सीआरपीएफ के करीब 100 जवानों ने अनुब्रत के घर को चारों तरफ से घेर लिया। सीबीआइ की टीम अनुब्रत के घर में घुसी और सभी दरवाजों पर अंदर से ताला लगा दिया। अनुब्रत के घर की चौबीसों घंटे पहरेदारी करने वाले सुरक्षाकर्मियों को सीआरपीएफ के जवानों ने अंदर घुसने नहीं दिया। पता चला है कि सीबीआइ के आने की खबर पाकर अनुब्रत पूजाघर में जाकर छिप गए थे। सीबीआइ ने उन्हें वहां से निकाला और पूछताछ शुरू की। पूछताछ में असहयोग करने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उसके बाद अनुब्रत को उन्हीं की कार में बिठाकर ले जाया गया। सीबीआइ अनुब्रत के घर से कई कागजात भी अपने साथ ले गई है। गौरतलब है कि 11 बार समन भेजे जाने पर भी अनुब्रत सिर्फ एक बार सीबीआइ के सामने हाजिर हुए थे।

अदालत परिसर में लगे 'गाय चोर' के नारे

अनुब्रत को सीबीआइ जब आसनसोल में सीबीआइ की विशेष अदालत में पेश कर रही थी तो उन्हें देखकर 'गाय चोर' के नारे लगे। जूते भी दिखाए गए। सीबीआइ की तरफ से अदालत से अनुब्रत को 14 दिनों की हिरासत में देने का अनुरोध किया गया था क अदालत ने 10 दिनों यानी 20 अगस्त तक की हिरासत मंजूर की। गौर करने वाली बात यह है कि अनुब्रत के अधिवक्ता की तरफ से जमानत की मांग नहीं की गई। सूत्रों से मुताबिक अनुब्रत को कोलकाता लाकर सीबीआइ पूछताछ करेगी। गौरतलब है कि मवेशी तस्करी कांड में सीबीआइ की तरफ से दाखिल चार्जशीट में 11 लोगों के नाम हैं। अनुब्रत के सुरक्षाकर्मी सहगल हुसैन को सीबीआइ पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।


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