कोलकाता, राज्य ब्यूरो। मुर्शिदाबाद के रघुनाथगंज के तृणमूल कांग्रेस विधायक तथा बंगाल के विद्युत राज्यमंत्री अखरुजम्मां ने दावा किया है कि उन्होंने सात साल पहले ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को मवेशी तस्करी को लेकर सचेत किया था। हालांकि उस समय वह कांग्रेस के विधायक थे।

उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया था कि किस तरह मुर्शिदाबाद और बीरभूम के सीमाई इलाकों से बड़ी संख्या में मवेशियों की तस्करी होती है। इस पर रोक लगानी जरूरी है। अखरुज्जमां 2015 में कांग्रेस विधायक थे। उन्होंने दावा किया है कि उसी साल 12 जून को विधानसभा सत्र के बाद मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी और उन्हें बताया था कि कैसे दोनों जिलों की विभिन्न सडक़ों से सैकड़ों गायों को खुलेआम लारी और पैदल ले जाया जाता है। पड़ोसी देशों के लोग सीमा के पास के गांवों में अवैध रूप से शरण लते हैं। अज्ञात लोगों को देखकर ग्रामीण कुछ भी नहीं कह पाते हैं। अखरुज्जमां ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह मामले को गंभीरता से देखेंगी। उसी साल दो मार्च को उन्होंने फिर से मुख्यमंत्री को एक पत्र में सब कुछ लिखा। उन्होंने कहा कि शायद अब मुझे भी सीबीआइ पूछताछ के लिए बुलाए। मैं जो जानता हूं, जो देखा है, वह सब कुछ केंद्रीय जांच एजेंसी को बता दूंगा।

टीएमसी नेताओं को सता रहा है जनता का डर

सियासी विश्लेषक विश्वनाथ चक्रवर्ती का कहना है कि शिक्षक भर्ती घोटाले में पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी व मवेशी तस्करी मामले अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद से ही तृणमूल कांग्रेस में बेचैनी है। भ्रष्टाचार से जुड़े इन मामलों के उजागर होने से जनता में नाराजगी है। नेताओं को अब इसका डर सता रहा है। इस लिए कुछ नेता अब भ्रष्टाचार के खिलाफ मुखर हो रहे हैं।

Edited By: Sumita Jaiswal