तृणमूल विधायक पर नौकरी देने के नाम पर 16 करोड़ लेने का आरोप
पीड़ितों ने अभिषेक को लिखा पत्र कहा-रुपये नहीं मिलने पर कर लेंगे खुदकुशी। विधायक ने मेरे बेटे आलमगीर समेत कुछ और लोगों को नौकरी देने का वादा किया है। इसके लिए मैंने विधायक को 36 लाख रुपए दिए। किसी को नौकरी नहीं मिली। पैसा भी मुझे वापस नहीं किया गया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। नदिया जिले के तेहट्ट के तृणमूल विधायक तापस साहा पर नौकरी देने के नाम पर 16 करोड़ लेने का आरोप लगाया गया है। पीड़ितों ने इस बाबत पार्टी के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बंद्योपाध्याय को पत्र भेज कर इसकी शिकायत की है। शिकायतकर्ता पलाशीपाड़ा, तेहïट्ट और करीमपुर विधानसभा क्षेत्र के हैं। हालांकि विधायक ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा है कि आरोप साबित होने पर वह विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे।
हाल ही में नदिया के कुछ निवासियों ने अभिषेक बनर्जी के कार्यालय को पत्र भेजे हैं। पत्रों के विषय में लिखा हुआ है कि हमें विधायक तापस साहा के हाथों से बचाओ। पलाशीपाड़ा के पत्र के अनुसार तापस ने 2016 से 2021 तक पलाशीपाड़ा के विधायक रहते हुए नौकरी देने के नाम पर 50 लाख रुपये लिए हैं। पत्र में ये भी कहा गया कि किसी को नौकरी नहीं मिली। बार-बार अनुरोध करने के बावजूद तापस ने एक पाई भी नहीं लौटाई। पत्र में शिकायतकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि अगर पैसा नहीं लौटाया गया तो वे खुदकुशी कर लेंगे। आरोप है कि तापस साहा ने पलाशीपाड़ा, तेहट्ट और करीमपुर में विभिन्न लोगों को नौकरी या लाइसेंस देने के नाम पर 16 करोड़ रुपये लिए हैं। नौकरी चाहने वालों ने कितना भुगतान किया, इसकी सूची भी पत्र के साथ दी गई है।
शिकायतकर्ताओं ने अभिषेक बनर्जी को अपना नाम, पता और फोन नंबर भी दिया है। तापस 2016 में नदिया के पलाशीपाड़ा से विधायक बने थे। 2021 में पार्टी ने उन्हें तेहïट्ट विधानसभा सें टिकट दिया था। तापस वहां से भी जीत गए। पीड़ित आशीष बिस्वास का घर उनके पुराने विधानसभा क्षेत्र पलाशीपाड़ा में है। आशीष ने कहा कि हम डर के मारे कुछ नहीं कह सकते। अब मेरे दो लाख 70 हजार रुपए वापस मिल जाएं, तो मुक्ति मिले। अभिषेक को भेजे गए पत्र में पलाशीपड़ा निवासी भबेश मंडल ने कहा कि मैंने विधायक तापस और प्रबीर कयाल नाम के उनके एक दलाल को जमीन, मकान व घर की महिलाओं के जेवर गिरवी रखकर नौकरी के लिए दो लाख रुपये दिए थे, लेकिन नौकरी बहुत दूर, पैसे भी वापस नहीं मिले।
उन्होंने कहा कि विधायक ने मेरे बेटे आलमगीर समेत कुछ और लोगों को नौकरी देने का वादा किया है। इसके लिए मैंने विधायक को 36 लाख रुपए दिए। किसी को नौकरी नहीं मिली। पैसा भी मुझे वापस नहीं किया गया। इधर तापस ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इन्कार किया है। जो लोग शिकायत कर रहे हैं, वे पहले इसे साबित करें। आरोप साबित हुआ तो मैं विधायक का पद भी छोड़ दूंगा और राजनीति भी।