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Bengal Assembly Elections: जंगलमहल में भाजपा में स्थानांतरित हो गए वोटों को वापस लाने की कवायद में जुटी तृणमूल कांग्रेस

ममता ने छत्रधर महतो को दी ओबीसी मतदाताओं को वापस लाने की जिम्मेदारी 35 प्रतिशत कुर्मी मतदाताओं की जंगलमहल के 20 विधानसभा क्षेत्रों में निर्णायक भूमिका

By Preeti jhaEdited By: Published: Mon, 21 Sep 2020 07:54 AM (IST)Updated: Mon, 21 Sep 2020 07:54 AM (IST)
Bengal Assembly Elections: जंगलमहल में भाजपा में स्थानांतरित हो गए वोटों को वापस लाने की कवायद में जुटी तृणमूल कांग्रेस
Bengal Assembly Elections: जंगलमहल में भाजपा में स्थानांतरित हो गए वोटों को वापस लाने की कवायद में जुटी तृणमूल कांग्रेस

कोलकाता, राज्य ब्यूरो।  तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने माओवादी नेता से बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेता बने छत्रधर महतो को जंगलमहल के अन्य पिछड़ी जाति (ओबीसी) के लोगों को अपने पाले में करने के जिम्मेदारी दी है। तृणमूल प्रमुख ने उन्हें कभी माओवादी प्रभावित रहे जंगलमहल में तृणमूल कांग्रेस की स्थिति मजबूत करने के लिए पिछड़ी जाति के लोगों को गोलबंद करने को कहा है।

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छत्रधर महतो कुर्मी सुमदाय के हैं और राज्य के जंगलमहल इलाके में इस जाति के 35 प्रतिशत मतदाता हैं। अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में इस जाति के मतदाता झाडग़्राम, पश्चिम मिदनापुर, पुरुलिया और बांकुरा जिले के कुछ हिस्सों में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं, जो पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा के खेमे में चले गए थे। छत्रधर महतों ने बताया कि वे पूरे क्षेत्र के दूरदराज के इलाकों का दौरा कर रहे है और आम लोगों से बातचीत कर रहे हैं । वे यह आकलन कर रहे हैं कि लोगों ने अपनी राजनीतिक निष्ठा को बदलने के लिए क्या किया है।

जंगलमहल क्षेत्र के कम से कम 20 विधानसभा क्षेत्रों में कुर्मी वोट महत्वपूर्ण

तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि जंगलमहल क्षेत्र के कम से कम 20 विधानसभा क्षेत्रों में कुर्मी वोट महत्वपूर्ण है। छत्रधर को पार्टी की राज्य समिति में शामिल कर बर्थ देकर ममता बनर्जी ने यह संदेश दिया है कि इस समुदाय के लोग कितना महत्वपूर्ण है। वर्ष 2011 के विधानसभा चुनाव में जंगलमहल के लोगों ने माकपा का साथ छोड़ कर तृणमूल कांग्रेस के समर्थन किया था। लेकिन आठ साल में उनका तृणमूल कांग्रेस से भी मोह भंग हो गया और 2019 के लोकसभा चुनाव जंगलमहल में तृणमूल कांग्रेस को भारी झटका दिया।

जंगलमहल में सभी पांच लोकसभा सीटों पर तृणमूल कांग्रेस हार गई। तृणमूल कांग्रेस के एक अन्य नेता ने कहा कि महतो की प्रमुख जिम्मेदारी अपने ही समुदाय के वोटों को वापस लाना होगा, जो भाजपा में स्थानांतरित हो गए। तृणमूल ने आदिवासी वोट बैंक में नुकसान की भरपाई कर ली है। अगर तृणमूल कांग्रेस कूर्मी समुदाय का फिर से विश्वास प्राप्त करने में सफल होती है तो जंगलमहल में फिर से उनकी पकड़ मजबूत हो जाएगी। 


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