तृणमूल की क्लीन स्वीप दूसरे नंबर पर रही भाजपा
कुल 150 वार्डों के लिए मतदान हुए। माकपा व कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला। जबकि नतीजों में दूसरे नंबर पर रही भाजपा ने 6 सीटें जीतीं।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। पश्चिम बंगाल के छह निकायों एवं एक अधिसूचित क्षेत्र (नोटिफाइड एरिया) तथा पश्चिम बद्र्धमान जिले के दुर्गापुर नगर निगम के लिए हुए चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने क्लीन स्वीप करते हुए सभी निकायों पर कब्जा जमाया। 13 अगस्त को हुए चुनाव के नतीजे गुरुवार को घोषित हुए।
कुल 150 वार्डों के लिए मतदान हुए। माकपा व कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला। जबकि नतीजों में दू सरे नंबर पर रही भाजपा ने 6 सीटें जीतीं। मत प्रतिशत में भी माकपा को पीछे धकेलते हुए भाजपा ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है। विपक्षियों ने धांधली का आरोप लगाया, लेकिन दीदी का जलवा बरकरार दिखा।
कुछ कहते हैं नतीजे भाजपा ने उत्तर बंगाल के धूपगुड़ी में चार, बुनियादपुर व दक्षिण बंगाल के पांशकुड़ा में एक वार्ड जीते। बीरभूम के नलहाटी के 16 वार्डों में से तृणमूल को 14, बागी तृणमूल कांग्रेस निर्दलीय और फारवर्ड ब्लॉक को एक-एक वार्ड जीते। दक्षिण दिनाजपुर के बुनियादपुर के 14 वार्डों में तृणमूल को 13 और भाजपा को एक वार्ड मिले। नदिया के कुपर्स कैंप के 12 वार्ड तृणमूल की झोली में गए हैं।
जलपाईगुड़ी में धूपगुड़ी नपा के 16 वार्डों में तृणमूल 12 और भाजपा को 4 वार्डों में जीत मिली है। 18 वार्डों वाली पांशकुड़ा नपा के 17 वार्डों में तृणमूल और एक वार्ड में भाजपा को जीत मिली। यहां 16 वार्डों में दूसरे स्थान पर भाजपा रही है।
पूर्वी मेदिनीपुर की 29 वार्डों वाली हल्दिया नगरपालिका में तृणमूल ने क्लीन स्वीप करते हुए सभी वार्ड जीते। यह तृणमूल की पहली जीत है वहीं, 43 वार्डों वाले पश्चिम बद्र्धमान जिले के दुर्गापुर नगर निगम पर भी तृणमूल ने विपक्ष को शून्य करते हुए सभी सीटों पर कब्जा जमाया है। तृणमूल ने झारग्राम नगरपालिका के एक वार्ड और चांपदानी नपा के एक वार्ड के लिए हुए उपचुनाव में भी जीत हासिल की है।
लोगों को पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान करने और उन्हें विजयी बनाने पर बधाई, यह लोकतंत्र की जीत है।
ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री
परिणाम तृणमूल सरकार में लोगों के विश्वास को दर्शा रहे हैं। यह हमारे खिलाफ किए जा रहे दुष्प्रचार को करारा जवाब है।
पार्थ चटर्जी, तृणमूल महासचिव
तृणमूल ने हिंसा का सहारा लेते हुए लोकतंत्र को मिटाने की पूरी कोशिश की, बावजूद इसके हम
दूसरे स्थान पर रहे हैं।
दिलीप घोष, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष
तृणमूल बंगाल में तानाशाही शासन कर रही है, चुनाव का कोई मतलब नहीं, सरकार निष्पक्ष चुनाव की अनुमति नहीं देती।
अधीर चौधरी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष
यह परिणाम जनादेश नहीं है, चुनाव में जबर्दस्र्त ंहसा हुई है। जिसके मद्देनजर हमने चुनाव रद
करने की मांग की थी।
सुजन चक्रवर्ती, माकपा विधायक