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TMC: तृणमूल कांग्रेस का अब अगला लक्ष्य त्रिपुरा, भाजपा के बड़े नेताओं को तोड़ने की जुगत में पार्टी; मुकुल रॉय को किया सक्रिय

West Bengal तृणमूल कांग्रेस का अब अगला लक्ष्य त्रिपुरा है। यहां तृणमूल की जमीन वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ने ही तैयार की थी। अब वह फिर से अपनी पुरानी पार्टी में लौट आए हैं। दोबारा से मुकुल त्रिपुरा की राजनीति में सक्रिय होते दिख रहे हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sun, 20 Jun 2021 04:35 PM (IST)Updated: Sun, 20 Jun 2021 04:35 PM (IST)
TMC: तृणमूल कांग्रेस का अब अगला लक्ष्य त्रिपुरा, भाजपा के बड़े नेताओं को तोड़ने की जुगत में पार्टी; मुकुल रॉय को किया सक्रिय
तृणमूल कांग्रेस का अब अगला लक्ष्य त्रिपुरा, मुकुल रॉय को किया सक्रिय। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद तृणमूल कांग्रेस का अब अगला लक्ष्य त्रिपुरा है। यहां तृणमूल की जमीन वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ने ही तैयार की थी। अब वह फिर से अपनी पुरानी पार्टी में लौट आए हैं। दोबारा से मुकुल त्रिपुरा की राजनीति में सक्रिय होते दिख रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, जोड़-तोड़ की राजनीति में माहिर मुकुल त्रिपुरा में भाजपा नेतृत्व को कमजोर कर उनके बड़े नेताओं को तृणमूल के खेमे में लाने की योजना बना रहे हैं। जल्द तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बंद्योपाध्याय और मुकुल रॉय त्रिपुरा दौरे पर निकलेंगे। दरअसल, तृणमूल कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार करना चाहती है। पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी कुछ दिनों पहले ही इसका एलान कर चुकी हैं। मिशन त्रिपुरा उसका ही एक हिस्सा है। त्रिपुरा में बांग्ला भाषी लोगों की आबादी अच्छी खासी है और तृणमूल इनमें अपनी पैठ जमाना चाहती है। इसके लिए तृणमूल कांग्रेस अपने वरिष्ठ नेता मुकुल राय को त्रिपुरा की राजनीति में फिर से सक्रिय करना चाहती है।

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मुकुल हैं मास्टर माइंड

सूत्रों के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस ने त्रिपुरा में भाजपा नेतृत्व को कमजोर कर उनके बड़े नेताओं को पार्टी में लाने की अहम जिम्मेदारी मुकुल रॉय को सौंपी है। भाजपा के लिए बंगाल के साथ ही त्रिपुरा में भी अब तृणमूल बड़ा सिरदर्द बनने लगी है, क्योंकि त्रिपुरा में भाजपा दो खेमों में बंटी है जिसके एक खेमे में मुकुल की पैठ काफी अच्छी मानी जाती है। त्रिपुरा की बात करें तो जब मुकुल रॉय तृणमूल में थे तो उन्होंने कांग्रेस के छह विधायकों को पार्टी में शामिल कराया था। फिर जब वे भाजपा में गए तो इन सबको भाजपा में ले गए। अभी ये सारे भाजपा के विधायक हैं। इनमें एक सुदीप रॉय बर्मन हैं, जो मुकुल रॉय के बहुत करीब हैं। सुदीप रॉय बर्मन पिछले कुछ दिनों से प्रदेश के मुख्यमंत्री बिप्लब देब से नाराज विधायकों का नेतृत्व कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि इन दिनों मुकुल रॉय फिर सुदीप रॉय बर्मन के संपर्क में हैं, जो प्रदेश में कुछ उलटफेर के संकेत दे रहा है।


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