कोरोना प्रबंधन पर बंगाल ने 4,000 करोड़ खर्च किए, केंद्र से कुछ नहीं मिला
भाजपा नेता ने दावा किया कि एम्फन तूफान पीड़ितों को राहत के लिए पीएम मोदी ने तत्काल एक हजार करोड़ और अभी कुछ दिन पहले ही 2707 करोड़ रुपये बंगाल को दिए हैं। यही नहीं समय समय पर कोरोना से निपटने के लिए अप्रैल से ही फंड दिए गए हैं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया कि ममता बनर्जी प्रशासन ने बंगाल में कोविड-19 प्रबंधन पर अभी तक 4,000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं और महामारी से निपटने के लिए उसे अभी तक भाजपा-नीत केंद्र की राजग सरकार से कोई सहायता नहीं मिली है। राज्य महिला और बाल विकास और समाज कल्याण मंत्री शशि पांजा ने कहा कि शुरू से अंत तक महामारी से जुड़ा प्रत्येक इंतजाम राज्य सरकार ने स्वयं किया है।
तृणमूल कांग्रेस के मुख्यालय में मंत्री ने कहा कि केंद्र से कोई सहायता नहीं मिली है, ममता बनर्जी सरकार ने राज्य में कोरोना प्रबंधन पर 4,000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। जून से पहले उसने 1,200 करोड़ रुपये और उसके बाद 2,800 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।’ पांजा ने कहा कि राज्य को दो आपदाओं कोरोना और चक्रवाती तूफान ‘एम्फन’ का सामना करना पड़ा और उसे करीब 1.02 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा कि बंगाल सरकार ने चक्रवाती तूफान से हुए नुकसान के बाद राहत और पुनर्वास कार्यों पर 6,500 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। मंत्री ने आरोप लगाया कि केंद्र ने राज्य को कोई राहत नहीं दी है। उन्होंने दावा किया कि केंद्र सरकार ने बंगाल को अभी तक बकाया 50,000 करोड़ रुपये नहीं दिए हैं। इनमें से 36,000 करोड़ रुपये केंद्र-राज्य की संयुक्त वित्त पोषण वाली योजनाओं के हैं।
तृणमूल के इस दावे पर भाजपा आइटी सेल के प्रमुख व बंगाल के सह प्रभारी अमित मालविय ने ट्वीट किया कि तृणमूल के प्रवक्ता ने दावा किया था कि कोरोना पर उनकी सरकार ने 1,200 करोड़ रुपये खर्च किए फिर 2,800 करोड़ रुपये कहां से आए। वहीं भाजपा नेता ने दावा किया कि एम्फन तूफान पीड़ितों को राहत के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने तत्काल एक हजार करोड़ और अभी कुछ दिन पहले ही 2707 करोड़ रुपये बंगाल को दिए हैं। यही नहीं समय समय पर कोरोना से निपटने के लिए अप्रैल से ही फंड दिए गए हैं।