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भाजपा के हाथ से एकमात्र नगर पालिका भाटपाड़ा भी तृणमूल ने छीनी, हाई कोर्ट पहुंची भाजपा

पश्चिम बंगाल के बैरकपुर संसदीय क्षेत्र में स्थित भाटपाड़ा नगरपालिका में भाजपा के चेयरमैन सौरभ सिंह के खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आज बैठक व मतदान हुआ

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 02 Jan 2020 01:29 PM (IST)Updated: Thu, 02 Jan 2020 01:29 PM (IST)
भाजपा के हाथ से एकमात्र नगर पालिका भाटपाड़ा भी तृणमूल ने छीनी, हाई कोर्ट पहुंची भाजपा
भाजपा के हाथ से एकमात्र नगर पालिका भाटपाड़ा भी तृणमूल ने छीनी, हाई कोर्ट पहुंची भाजपा

बैरकपुर, जागरण संवाददाता। पश्चिम बंगाल के बैरकपुर संसदीय क्षेत्र में स्थित भाटपाड़ा नगरपालिका में भाजपा के चेयरमैन सौरभ सिंह के खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आज बैठक व मतदान हुआ। मतदान में तृणमूल कांग्रेस के 19 पार्षद उपस्थित रहे जबकि भाजपा के पार्षद इसमें शामिल नहीं हुए। इस कारण नगरपालिका बोर्ड पर तृणमूल का दुबारा कब्जा हो गया।

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भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने इस बैठक को गैरकानूनी करार दिया है। उन्होंने इसके खिलाफ कलकत्ता हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। कोर्ट में अर्जुन सिंह की याचिका को स्वीकार कर लिया गया है। अब देखना है कि बहस के दौरान कोर्ट से क्या फैसला आता है। मतदान को लेकर गुरुवार सुबह से नगपालिका परिसर के साथ आसपास के इलाकों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे।

अर्जुन सिंह ने कहा कि भाजपा चेयरमैन सौरभ सिंह को अपने जिम्मेदारी का अहसास है। वे नियमानुसार ही काम कर रहे थे। लेकिन तृणमूल सूप्रीमो ममता बनर्जी के राज में नियम कानून खत्म हो गया है। तृणमूल कांग्रेस के पार्षदों ने गैरकानूनी तरीके से बैठक बुलायी है। लेकिन हमें कानून पर भरोसा है। हम इसे कानूनी तरीके से ही सुलझायेंगे।

वहीं भाटपाड़ा नगरपालिका के वाइस चेयरमैन सोमनाथ तालुकदार ने कहा कि आज बोर्ड पर तृणमूल का दुबारा कब्जा हो गया है। मतदान की पूरी प्रक्रिया नियमानुसार हुई। मालूम हो कि गत वर्ष 7 दिसंबर को भाटपाड़ा नगरपालिका के 18 भाजपा पार्षदों के पुनः तृणमूल में शामिल होने के बाद ही तृणमूल ने यहां बोर्ड दखल करने का दावा कर दिया था।

तृणमूल पार्षद महसूद आलम के नेतृत्व में तृणमूल पार्षदों ने नगरपालिका के एक्जिक्यूटिव ऑफिसर को चेयरमैन सौरभ सिंह के विरुद्ध अपना अविश्वास प्रस्ताव सौंप दिया था।

बता दें कि नियमानुसार अविश्वास प्रस्ताव जमा होने के 15 दिनों के भीतर चेयरमैन को बैठक बुला कर अपना बहुमत साबित करना बोता है। लेकिन समय के भीतर चेयमैन सौरभ सिंह बैठक नहीं करा सके। इस कारण तृणमूल कांग्रेस के तीन पार्षद मोहम्मद नसीरुद्दीन, सत्येन राय व हिमांशू राय ने अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए गुरुवार को बैठक बुलाई थी। 


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