TRA सर्वे में खुलासा, 65 फीसद उपभोक्ता इस साल दिवाली पर खरीदारी करने के लिए तैयार
टीआरए रिसर्च ने सोमवार को टीआरए दिवाली 2020 बाइंग प्रोपेंसिटी रिपोर्ट नाम से एक व्हाइटपेपर जारी किया। सर्वे में 65 फीसद उपभोक्ताओं ने दिवाली के मौके पर खरीदारी की सोच दिखाई है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : टीआरए रिसर्च ने सोमवार को टीआरए दिवाली 2020 बाइंग प्रोपेंसिटी रिपोर्ट, नाम से एक व्हाइटपेपर जारी किया। इसमें नवंबर 2020 में आने वाली दिवाली के लिए खरीदारी को ग्राहकों की बदलती मानसिकता और भावनाओं को मापने और आंकने का प्रयास किया गया। इस सर्वे में करीब 65 फीसद उपभोक्ताओं ने आज के मुकाबले दिवाली के मौके पर खरीदारी करने को लेकर सकारात्मक सोच दिखाई है। वहीं 28 फीसद ने महसूस करते हैं कि माहौल वर्तमान जैसा ही रहेगा। अपरेल्स श्रेणी को लेकर सबसे अधिक सकारात्मक सोच दिख रही है और अन्य सभी श्रेणियों के औसत से 3.11 गुना पर उच्चतम खरीदारी की संभावना दिख रही है। मोबाइल फोन, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और दोपहिया वाहन भी ग्राहकों की खरीद प्राथमिकता में काफी शीर्ष पर हैं। इसके बाद होम फर्नीचर, ज्वैलरी और टीवी, भी काफी उच्च प्राथमिकता पर थे। यह सर्वेक्षण 16 शहरों के 9 जून और 15 जुलाई 2020 के दौरान 503 कंज्यूमर-एंफ्यूलेंसर के साथ आयोजित किया गया था।
एन. चंद्रमौली, सीईओ, टीआरए रिसर्च ने रिपोर्ट के बारे में बात करते हुए कहा कि, “दिवाली पारंपरिक रूप से भारत में उपभोक्ता उत्पादों की खपत में उछाल का दौर रहा है क्योंकि इस समय उपभोक्ता खर्च बढ़ाते हैं, और ब्रांड अपना ध्यान आकर्षित करने के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं। यह दिवाली कई ब्रांडों के लिए एक निर्णायक कारक होगी, क्योंकि वे त्योहारी सीजन के लिए पूरी तैयारी करते हैं। यह रिपोर्ट बहुत अच्छा रूझान दिखाती है कि इस दिवाली पर ग्राहकों की खरीदारी के लिए पसंदीदा श्रेणियां कौन सी होंगी।“
चंद्रमौली ने कहा कि “यह निश्चित रूप से अच्छी खबर है, और ये भी ध्यान में रखना जरूरी है कि कोविड के आने से पहले ही अर्थव्यवस्था दबाव में थी और उपभोक्ता खर्च पहले से ही कम था। ऐसे माहौल के बीच 2019 और 2020 की दो दिवालियों के बीच उपभोक्ता घरेलू खर्चों के बीच तुलना दिखाती है कि इस वर्ष उपभोक्ता पिछले वर्ष की तुलना में 5.1 फीसद कम खर्च करेंगे।“ “मीडियम कंज्यूमर बाइंग प्रायोरिटी” में पर्सनल एक्सेसरीज, कारें, लैपटॉप और किचन अप्लाइंसेज शामिल थे, जबकि “लो कंज्यूमर बाइंग प्रायोरिटी जोन” में यात्रा, स्वास्थ्य बीमा और होम रेनोवेशन शामिल हैं।
सर्वेक्षण के नतीजों से यह भी पता चला है कि कोविड-19 दुनिया में ऑनलाइन खरीदारी में अभूतपूर्व उछाल देखने को मिल रहा है। इसके अलावा, किराना स्टोर या छोटे स्टैंडअलोन स्टोर, आसपास के पड़ोस के दुकान, स्थानीय किराने का सामान खरीदारी के लिए पसंदीदा स्थान हैं। सुपरमार्केट, हाइपरमार्केट, ब्रांडेड आउटलेट्स जैसे बड़े फॉर्मेट के स्टोर अधिक संख्या में ग्राहकों या विजिटर्स को देखने की संभावना नहीं रखते हैं, और मॉल आदि आराम के मानदंडों और बेहतर सुरक्षा के वादे के बावजूद जबरदस्त उपभोक्ता अनिच्छा के कारण नकारात्मक आमद की संभावनाओं को देखकर चल रहे हैं।