मृत पशुओं को फेंकने के बदले जलाने की होगी व्यवस्था, सीआइडी ने जब्त किया 6 टन सड़ा मांस
भगाड़ मांस कांड के बाद हरकत में आया राज्य प्रशाासन पशुओं के मरने के बाद उन्हें जलाने की व्यवस्था कर रहा है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। भगाड़ मांस कांड के बाद हरकत में आया राज्य प्रशाासन पशुओं के मरने के बाद उन्हें जलाने की व्यवस्था कर रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मृत पशुओं को अब जला दिया जाएगा ताकि उन्हें भगाड़ में फेंकना न पड़े। इसके लिए चूल्लियों का निर्माण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मामले की जांच के लिए मुख्य सचिव मलय दे के नेतृत्व में उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई है, जिसकी हाल में बैठक भी हुई है। जल्द ही एक फूलप्रूफ सिस्टम तैयार किया जाएगा। अगले 10 दिनों में स्थिति सामान्य हो जाएगी। फिर सरकार की तरफ से जनता को इसकी सूचना दे दी जाएगी। इससे पहले दूध व साग-सब्जियों के सड़े होने के भी मामले सामने आए हैं इसलिए घबराने की जरुरत नहीं है।
ममता ने कहा कि दूसरे राज्यों से पशु बंगाल में लाए जाते हैं। राज्य सरकार अकेले सबकुछ नहीं देख सकती इसलिए केंद्र सरकार को भी इसमें कदम उठाना चाहिए।
इस बीच राज्य की विभिन्न जगहों पर होटल-रेस्तरां में परोसे जाने वाले मांस की जांच का अभियान शुक्रवार को भी जारी रहा।
कोल्ड स्टोरेज से सीआइडी ने जब्त किया 6 टन सड़ा मांस
राज्यभर में भगाड़ पर मृत पड़े जानवरों के सड़े-गले मांस की सप्लाई का मनोबल कितना बढ़ा हुआ है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा रहा है कि राज्यभर में इसे लेकर हंगामा मचने के बाद भी इसकी सप्लाई नहीं थम रही है।
मामलों की जांच में जुटी सीआइडी ने मानिकतल्ला कोल्ड स्टोरेज से 6 टन संदिग्ध सड़ा मांस जब्त किया है। जांच के लिए इसे इंटाली स्थित फॉरेंसिक लैब में भेजा गया है। मामले की जांच के लिए गठित सीआइडी की टीम शुक्रवार सुबह मानिकतल्ला थाने को साथ लेकर वेस्ट-कैनल रोड स्थित कोल्ड स्टोरेज पहुंची। यहां करीब सात घंटे से अधिक देर तक तलाशी अभियान चलाया गया है। इसी दौरान अलग हिस्सों से करीब 6 टन मांस जब्त कर जांच के लिए भेजा गया है।
मामले में एक व्यक्ति को हिरासत में भी लिया गया है। इस बारे में सीआइडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोलकाता समेत सीमावर्ती जिलों के विभिन्न रेस्तरां में सड़े मांस की आपूर्ति मामले में गिरफ्तार लोगों से पूछताछ के बाद इस बात के संकेत मिले हैं कि मानिकतल्ला कोल्ड स्टोरेज में भी सड़े मांस को अलग से रखा जाता था। इसके बाद सीआइडी की टीम ने योजना बनाकर यहां तलाशी अभियान चलाया है।
यहां से नमूने संग्रह कर इंटाली स्थित सरकारी फॉरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजा गया है। अगर इसकी पुष्टि होती है तो कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि राज्यभर में भगाड़ पर से मृत जानवरों के मांस को रेस्तरां आदि में सप्लाई के मामले का खुलासा हुआ है। इसके बाद राज्यभर में रेस्तरां में लोगों का नॉनवेज खाना मुश्किल हो गया है। बुधवार से सीआइडी ने मामले की जांच शुरू की है। सभी जिलों के पुलिस से इससे संबंधित जांच की प्रगति रिपोर्ट सीआइडी ने ली है।