सियासत: टीएमसी सांसद का केंद्र पर निशाना- देश में कोविड वैक्सीन को लेकर हमेशा आंकड़ों की बाजीगरी चलती है
वैक्सीनेशन का आंकड़ा 100 करोड़ पार होने को बताया राजनीतिक स्टंट केंद्र पर बंगाल के साथ सौतेला व्यवहार करने का लगाया आरोप केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि बंगाल में टीकों की कम आपूर्ति की गई लेकिन इसके उपयोग के मामले में बंगाल सबसे अच्छा है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता । कोरोना वैक्सीनेशन का आंकड़ा गुरुवार को 100 करोड़ पार होने के बाद भारत ने जहां दुनिया में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है, वहीं इस पर भी कुछ दल राजनीति से बाज नहीं आ रहे हैं। टीकाकरण का आंकड़ा 100 करोड़ पार होने पर बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन ने इसे राजनीतिक स्टंट बताया है। उन्होंने कहा कि देश में कोविड वैक्सीन को लेकर आंकड़ों की बाजीगरी हमेशा चलते रहता है। इस दौरान केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि बंगाल के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
टीकाकरण की रफ्तार पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आश्वासन दिया था कि 31 दिसंबर 2021 के अंत तक भारत की पूरी आबादी को पूर्ण टीकाकरण कर दिया जाएगा। ऐसे में दिसंबर तक सभी का पूर्ण टीकाकरण कैसे संभव है। सेन ने कहा कि देश में अगर नौ महीनों में 100 करोड़ खुराकें दी गई हैं तो बाकी के दो महीने में अन्य 160 करोड़ टीके का लक्ष्य कैसे प्रप्ता किया जा सकता है।
उन्होंने पूछा, जेपी नड्डा ने कुछ दिन पहले कहा था कि 31 दिसंबर 2021 तक भारत के 130 करोड़ नागरिकों के लिए 260 करोड़ की खुराक दी जाएगी। अगर, हम मान लें कि यह अब तक 100 करोड़ टीके लगे हैं तो हमारे पास अब दो महीने हैं। अगर नौ महीने में 100 करोड़ टीके लगाए जाते हैं तो आप कैसे सोच सकते हैं कि बाकी दो महीने में पूरा हो जाएगा।
इसे राजनीतिक स्टंट बताते हुए सेन ने कहा, उत्तर प्रदेश में चुनाव को देखते हुए ऐसा किया जा रहा है। यूपी का चुनाव दरवाजे पर दस्तक दे रहा है इसलिए यूपी में टीकाकरण बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि यदि आप उस राज्य को देखें जहां वैक्सीन की दूसरी खुराक पूरी हो चुकी है, तो आप देखेंगे कि यूपी सबसे नीचे है। यह बिल्कुल एक स्टंट है।
बंगाल में टीकों की कम आपूर्ति का लगाया आरोप
केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि बंगाल में टीकों की कम आपूर्ति की गई लेकिन इसके उपयोग के मामले में बंगाल सबसे अच्छा है। जबकि पूरे देश की तुलना अगर करें तो यहां सबसे कम टीके की बर्बादी हुई है। उन्होंने वैक्सीन सर्टिफिकेट पर पीएम नरेन्द्र मोदी की तस्वीर को लेकर भी चिंता जाहिर की।