Bengal: कुड़मी समुदाय का TMC महासचिव अभिषेक बनर्जी के काफिले पर हमला, मंत्री की गाड़ी हुई क्षतिग्रस्त
कुड़मी समुदाय के प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने झाड़ग्राम जिले के सालबनी इलाके में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सांसद भतीजे तथा तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के काफिले पर हमला कर दिया। इस हमले में कई तृणमूल कार्यकर्ता सहित कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर झारखंड की सीमा से लगे बंगाल के आदिवासी बहुल जिलों में लंबे समय से आंदोलन कर रहे कुड़मी समुदाय का प्रदर्शन अब उग्र होता जा रहा है।
शुक्रवार देर शाम यह आंदोलन उस समय हिंसक रूप ले लिया जब कुड़मी समुदाय के प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने झाड़ग्राम जिले के सालबनी इलाके में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सांसद भतीजे तथा तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के काफिले पर हमला कर दिया।
जमकर हुए पथराव में काफिले में शामिल वन राज्यमंत्री बीरवाहा हांसदा का वाहन सहित कई गाड़ियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। यह घटना उस वक्त हुई जब पार्टी के जनसंपर्क अभियान तृणमूल नवज्वार के तहत अभिषेक जिलों के दौरे पर हैं। पत्थरबाजी में कई वाहनों के कांच टूट गए और भारी नुकसान पहुंचा है।
सुरक्षित हैं अभिषेक बनर्जी
हमले में कई तृणमूल कार्यकर्ता सहित कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। हालांकि, अभिषेक को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। वह सुरक्षित हैं। वहीं, इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने तृणमूल नेताओं के खिलाफ फिर चोर-चोर के नारे भी लगाए। प्रदर्शनकारियों पर बांस, लाठी व पत्थरों से तृणमूल कार्यकर्ताओं पर भी हमले व मारपीट का आरोप है। इससे पहले गुरुवार को भी पुरुलिया में कुड़मी समुदाय के लोगों ने अभिषेक के खिलाफ चोर-चोर के नारे लगाए थे और उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा था।
मंत्री ने दी धमकी
इधर, शालबनी में काफिले पर हमले की घटना के बाद आदिवासी समुदाय से आने वाली मंत्री बीरबाहा हांसदा ने कुड़मी समुदाय के नेताओं को देख लेने की धमकी दी है। उन्होंने कहा कि यह घटना अस्वीकार्य है। हम कुड़मी समुदाय के किसी नेता को नहीं छोड़ेंगे। हांसदा ने यह भी कहा कि यह जातिगत आंदोलन नहीं है, बल्कि इसके नाम पर गंदी राजनीति व गुंडागर्दी की जा रही है। हम इसका कड़ा प्रतिवाद करेंगे।
ममता ने की अभिषेक से बात
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अभिषेक से बात कर पूरी जानकारी ली है। गौरतलब है कि ममता बनर्जी के 12 साल के शासनकाल में यह पहली बार है जब राज्य में सत्तारूढ़ दल के किसी वरिष्ठ नेता व मंत्री के काफिले पर इस तरह हमला किया गया है।
भाजपा ने तृणमूल को घेरा
इधर, इस घटना को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व मेदिनीपुर से सांसद दिलीप घोष ने तृणमूल पर निशाना साधते हुए सत्तारूढ़ दल को ही जिम्मेदार ठहराया है। घोष ने कहा,
कुछ दिन जब उनके घर पर हमला किया गया था तो तृणमूल को बहुत मजा आया था। अब इस हमले के बाद तृणमूल को समझ आ रहा होगा।